भारतीय स्टेट बैंक ने मंगलवार को कोरोनोवायरस प्रकोप के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट से निपटने के लिए 10 अप्रैल से सभी आधारों पर धन आधारित उधार दर (MCLR) में 0.35 फीसद की भारी कटौती का ऐलान किया। इसके साथ ही बैंक का एक साल का एमसीएलआर 7.75 फीसद से घटकर 7.40 फीसद पर आ गया है। बैंक की ओर से की गई यह कटौती 10 अप्रैल, 2020 से प्रभावी होगी। बैंक की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। बैंक की ओर से Marginal Cost of Funds based Lending Rate (MCLR) में की गई कटौती काफी अहम है क्योंकि इससे बैंक से होम लोन जैसे लोन लेने वाले ग्राहकों की EMI में उल्लेखनीय कमी आएगी।

 

 

SBI की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ''इस कटौती के साथ एमसीएलआर से लिंक्ड 30 साल की अवधि के Home Loan की EMI प्रति लाख के हिसाब से 24 रुपये कम हो जाएगी।'' 

 

 

एसबीआइ ने सेविंग बैंक डिपोजिट पर भी ब्याज दरों में परिवर्तन किया है, जो 15 अप्रैल, 2020 से प्रभावी होगा। अब बैंक के सेविंग अकाउंटहोल्डर को 2.75 फीसद की दर से ब्याज मिलेगा। इससे पहले यह दर तीन फीसद पर थी। इस तरह देखा जाए तो सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर बैंक ने ब्याज दर में 0.25 फीसद की कमी की है। उल्लेखनीय है कि हाल में भारतीय स्टेट बैंक ने सेविंग अकाउंट के लिए मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया था।

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