भारतीय स्टेट बैंक या SBI, ने बुधवार को देश के सबसे बड़े ऋणदाता ने अपने बेंचमार्क ऋण दरों में कमी की घोषणा की। एसबीआई ने कहा कि फंड आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) की सीमांत लागत 5-10 आधार अंकों (5-10 प्रतिशत अंक) से कम हो जाएगी। नई दरें 10 जुलाई से प्रभावी होंगी।

 

SBI का दावा है कि मौजूदा समय में उनकी एमसीएलआर दरें देश में सबसे कम हैं। ये नई दरें 10 जुलाई से लागू होंगी। वहीं यह 14वीं बार है। जब बैंक अपनी दरों में कटौती करने जा रहा है। इसका फायदा सीधे रूप से बैंक से लोन लेने वाले करोडों ग्राहकों को मिलेगा। वहीं आपको बता दें कि आरबीआई ने 22 मई को रेपो रेट को 0.40 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया था। 

 


इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक ने रेपो और एमसीएलआर से जुड़ी अपनी लोन दरें पहले ही घटा दी हैं। दरअसल, 1 जुलाई से सस्ते हो चुके (Repo Rate) रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट आधारित लोन के एसबीआई एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लेंडिंग रेट (ईबीआर) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) की दरें भी घटा चुका है। इन दोनों दरों में पहली जुलाई से 0.40 प्रतिशत की कटौती लागू हुई है। इस कटौती के बाद सालाना ईबीआर 7.05 प्रतिशत से घटकर 6.65 प्रतिशत पर आ गई है। इसी तरह आरएलएलआर 6.65 प्रतिशत से कम होकर 6.25 प्रतिशत पर आ गई है। ऐसे में बैंक ने होम लोन, कार लोन से लेकर अन्य दूसरे लोन लेने वाले ग्राहकों को अच्छा लाभ मिला है। बैंक से लोन लेकर ईएमआई भर रहे ग्राहकों को अब इसमें छूट मिलेगी। जिसके अंर्तगत करोडों ग्राहक फायदा ले सकेंगे।

 

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