आरआरबी ग्रुप डी एप्लीकेशन रिजेक्ट मामले में रेलवे के अंतिम निर्णय के बाद एक तरफ कई उम्मीदवारों के एप्लीकेशन स्वीकार हो गए तो दूसरी तरफ कई उम्मीदवारों के एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दिए गए हैं। उम्मीदवारों का कहना है कि एप्लीकेशन रिजेक्ट होने वाले उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा है। 



परेशान उम्मीदवार एनडीटीवी के रवीश कुमार को फोन और मैसेज कर रहे हैं। ऐसे में रवीश कुमार ने एक बार फिर फेसबुक पर रेल मंत्री पीयूष गोयल के नाम पोस्ट लिखा है। 



रवीश कुमार ने लिखा: 
फिर भी बचे रह गए कई छात्र रेलवे ग्रुप डी का फ़ार्म भरने से


रेल मंत्री जी,
रेलवे के ग्रुप डी परीक्षा के फ़ार्म भरने को लेकर छात्रों को मानसिक यंत्रणा से गुज़रना पड़ रहा है। रेलवे बोर्ड ने ज़रूर इस पर ध्यान दिया और कुछ लोगों को भरने की अनुमति मिल गई। इसके लिए बधाई मगर अभी कई छात्र इससे बाहर हैं। आख़िर फोटो वग़ैरह के कारण फ़ार्म को रद्द करने का क्या तुक है। अगर कोई तुक है तो आपको इन युवाओं को साफ साफ बता देना चाहिए। आप एक बार इनके मेसेज पढ़ लें. आपको ख़ुद दया आ जाएगी कि आख़िर कितनी मामूली बातों के लिए इन्हें रोना पड़ रहा है। ये सब आपकी पार्टी के घोर दीवाने भी हैं। इस नाते भी आपको विशेष ध्यान रखना चाहिए। परीक्षा देने का मौका सबको मिले। फ़ार्म की शर्तों के आधार पर रिजेक्ट करना सही नहीं है। एक बार आप खुद अपने स्तर पर देख लें। कहीं सिस्टम में तो कमीं नहीं है। 



आशा है आप खुले मन से इन छात्रों के भविष्य पर विचार करेंगे और जल्द से जल्द मानसिक राहत देंगे। इन लोगों ने कई चैनलों से संपर्क किया ताकि वे आप तक अपनी बात पहुँचा सके। ट्विटर पर भी ट्रेंड करा लिया है मगर कोई कुछ बता नहीं रहा। मुझे मनीला से लिखना पड़ रहा है क्योंकि ये काफी परेशान हैं। 


एक बार फिर से निवेदन है.

रवीश कुमार.



बता दें कि रेलवे 1लाख से ज्यादा पदों पर भर्ती करने वाला है। इन पदों पर 1 करोड़ 15 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इनमें से करीब 4 लाख उम्मीदवारों के एप्लीकेशन रिजेक्ट हुए थे, जिनकी जांच के बाद कई उम्मीदवारों के एप्लीकेशन स्वीकार हुए हैं तो कई उम्मीदवारों को निराशा हाथ लगी है। कितने उम्मीदवारों के एप्लीकेशन स्वीकार हुए हैं इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। 


మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: