छोटे बच्चों की केयर करना इतना आसान नहीं होता। बच्चे बहुत नाजुक होते हैं। उन्हें पकड़ने से लेकर यह ध्यान रखना कि उन्हें किसी तरह की दिक्कत न हो, काफी मुश्किल होता है।



वैसे नवजात अपनी जगह से ज्यादा इधर-उधर नहीं हो पाते लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप उन्हें ऐसे ही अकेले छोड़कर जा सकते हैं। बच्चों की प्रवृत्ति होती है कि वे अपने पैर चलाते रहते हैं और अपने हाथ फैलाते रहते हैं, इस वजह से उनके पलटने और बिस्तर से गिरने का खतरा बढ़ जाता है।



बच्चा बिस्तर से गिर जाए तो सबसे पहले क्या करें
आप भले ही पूरे घर को बच्चे के लिहाज से सेट कर लें लेकिन इस बात की गारंटी नहीं है कि आपके बच्चे को चोट नहीं लगेगी। हो सकता है कि आप बस उसकी दूध की बॉटल उठाने के लिए ही मुड़ें और आपका बच्चा बेड से नीचे आ जाए।



सबसे पहले देखें, कहां चोट लगी है
अगर बच्चा सिर के बल गिरा है तो सबसे पहले चेक करें कि कहीं खून तो नहीं आ रहा या कहीं सूजा तो नहीं है। भले ही बच्चा गिरने के बाद ठीक दिख रहा हो फिर भी इसे मेडिकल इमरजेंसी के तौर पर लें और डॉक्टर को फोन करें। कई बार बच्चे डरकर भी रोते रहते हैं, उन्हें गले से लगाकर थपथपाएं।



बच्चे की मॉनिटरिंग करें
बच्चे की 24 घंटे मॉनिटरिंग करें ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि बच्चे को गंभीर चोट नहीं आई है।



इन कंडिशंस में तुरंत डॉक्टर के पास जाएं

कुछ ऐसी सिचुएशंस हैं जब आपको तुरंत डॉक्टर के पास ट्रीटमेंट के लिए जाना चाहिए...
बच्चा बेहोश हो जाए
खून आ जाए


हड्डी टूटने के लक्षण दिखें
सिर में फ्रेक्चर का शक हो
बच्चा तेज रोए



इसके अलावा अगर आपको लगे कि बच्चा अजीब तरह से व्यवहार कर रहा है तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत है। पैरंट्स को यह ध्यान रखना चाहिए कि भले ही बच्चे में तुरंत को दिक्कत न नजर आए लेकिन बाद में भी बच्चा अगर किसी तरफ करवट वगैरह लेने में रो रहा है या सो नहीं पा रहा तो डॉक्टर से मिल लें।


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