दफ्तर या यूं कहे तो ऑफिस एक ऐसी जगह है, जहां हम रोजाना का एक लंबा समय व्यतीत करते हैं। वहीं आज के बदलते दौर में अधिकतर महिलाएं कामकाजी है और उन्हें ऑफिस में कई तरह के लोगों के साथ काम करना पड़ता है। दफ्तर में काम करने वाले सहकर्मी का व्यवहार मिलनसार हो तो बहुत अच्छा लगता है। लेकिन लोगों का व्यवहार अगर रुखा हो तो मन में नकारत्मकता बढ़ने लगती है। और इसका सीधा असर हमारे प्रोफेशनल के साथसाथ पर्सनल लाइफ पर भी पड़ता है। हालांकि आप ऐसे लोगों को मैनेज कर आसानी से इस परेशानी से बाहर निकल सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे करें ऐसे लोगों को मैनेज....



जानें कारण
दफ्तर में आपके साथ काम करने वाले कर्मचारी आपके साथ अच्छी तरह व्यवहार करते थें, लेकिन अचानक अगर वो आपसे रूखा व्यवहार करने लगे हो तो आपको सबसे पहले इसके कारण को जानना जरूरी है। बिना कारण के पता चले इस समस्या को सुलझा पाना संभव नहीं है। कई बार सहकर्मी काम के दबाव में होने के कारण भी ऐसा व्यवहार करने लगते हैं।



ना करें रूखा व्यवहार
ऑफिस में अगर आपके साथ कोई गलत व्यवहार कर रहा हो तो इसका मतलब यह नहीं कि आप भी सामने वाले व्यक्ति के साथ वैसा व्यवहार करें। आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि आंख के बदले आंख पूरे संसार को अंधा बना देगी। किसी के गलत व्यवहार को देखकर आप स्वयं वैसा करेंगे तो इससे आप मानसिक रूप से परेशान होंगे और ऑफिस में आपकी छवि पर भी नकरात्मक असर पड़ेगा।



सीधे करें बात
अगर आपको लगता है कि आपके कलीग का रूखा व्यवहार सामान्य नहीं है और अगर आप पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहे हैं या फिर ऑफिस में आपकी छवि बिगाड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप सीधे ही उनसे बात करें। इस तरह के व्यवहार को कतई बर्दाश्त न करें।



इग्नोर करें
सहकर्मी के रूखे व्यवहार से परेशान होने के बजाए आप उन्हें इग्नोर कर दें। कोशिश करें कि आप अपने कलीग्स से सिर्फ काम पड़ने पर और जरूरत की बात ही करें। आप अपने कलीग्स से जितना कम मतलब रखेंगी, आपको खुद भी उतनी ही कम परेशानी होगी।

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