अच्छा जीवनसाथी वो होता है जो अपनी पत्नी की भावनाओं को समझे। पत्नी का सम्मान करें और बेवजह किसी बात को लेकर बखेड़ा खड़ा न करें। ऐसा तभी संभव होगा जब पति-पत्नी दोनों के रिश्ते मुधर होंगे। अपने पार्टनर के साथ आपके संबंध जीतने मधुर होंगे आपका शादीशुदा जीवन उतना ही अच्छा रहेगा। अक्सर देखा गया है कि शादी के कुछ सालों बाद ही पति-पत्नी के रिश्ते में तल्खी शुरू हो जाती है। कई बार तलाक तक की नौबत आ जाती है। ऐसे में जानने की कोशिश करते हैं वो कौन से कारण हैं जिनकी वजह से ये नौबत आती है।

 


कई बार देखा गया है लोग अपने पार्टनर के बारे में अपनी सहेलियों, दोस्तों या रिश्तेदारों को बताने लगते हैं । जब आप उनकी बुराईयां लोगों को बताएंगे तो उनके बारें में बुरा ही सुनने को मिलेगा। जिससे बहुत बार आपके सोचने का तरीका नकारात्मक हो जाता है और इन सबकी वजह से लड़ाई-झगड़े शुरू हो जाते हैं।

 

आपस में झगड़ा होना कोई नई बात नहीं हैं। लेकिन हर बार झगड़े के समय पिछली गलतियों को गिनाना शुरू कर देंगे तो फिर झगड़े कभी खत्म ही नही होंगे। तो भलाई इसी में हैं कि पुरानी बातों को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ा जाए।
 


अगर कोई एक झगड़े के मूड में है तो दूसरे को चुप हो जाना चाहिए। इसी में भलाई है लेकिन अगर ये मौन बहुत लंबा न खीचें। अगर एक दूसरे से बात करना ही छोड़ देंगे तो फिर रिश्ते में दरार पड़ना स्वाभाविक है।

 


किसी को भी अपने माता-पिता की बुराई करना पसंद नहीं है। अगर रिश्ते में खटास नहीं पैदा करनी है तो जरूरी है कि एक दूसरे के अभिभावकों के प्रति सम्मान की भावना रखें।

 

जीवनसाथी की तुलना किसी दूसरे के जीवनसाथी से न करें। हर इंसान की अपनी खूबियां होती हैं। हो सकता है दूर से जिस इंसान का स्वभाव अच्छा लग रहा है वो वैसा न हो। इसलिए अपने पार्टनर की तुलना किसी अन्य से करें। 

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