मेगास्टार अमिताभ बच्चन का कहना है कि वह किसी धर्म से ताल्लुक नहीं रखते। महात्मा गांधी की जयंती पर कौन बनेगा करोड़पति के विशेष एपिसोड में शो के होस्ट अमिताभ बच्चन समाजशास्त्री बिंदेश्वर पाठक के साथ इस बात से जुड़ा एक किस्सा साझा करते हुए दिखाई देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे शौचालय साफ करने वालों को उनके यहां ऊंचा दर्जा दिया जाता रहा है।


उन्होंने कहा, मेरा उपनाम 'बच्चन' किसी भी धर्म से संबंधित नहीं है, क्योंकि मेरे पिता इसके खिलाफ थे। मेरा उपनाम श्रीवास्तव था, लेकिन हमने कभी इस पर यकीन नहीं किया। मुझे यह कहते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि मैं इस परिवार का नाम बनाए रखने वाला पहला इंसान हूं।


उन्होंने आगे कहा, जब मैं किडरगार्डेन में ऐडमिशन ले रहा था, तब मेरे पिता से मेरा उपनाम पूछा गया और तब उन्होंने निश्चय किया कि मेरा उपनाम 'बच्चन' होगा। जब जनगणना के कर्मचारी मेरे यहां आते हैं तो वे मुझे मेरे धर्म के बारे में पूछते हैं और मैं हमेशा उनको यह जवाब देता हूं कि मेरा कोई धर्म नहीं है। मैं भारतीय हूं।


बिग बी ने एक ऐसे व्यक्ति के पैरों में रंग डालकर होली का त्योहार शुरू करने की अपनी पारिवारिक परंपरा के बारे में बात की, जो उम्र में बहुत बड़े और सम्मानित हों।


उन्होंने कहा, 'मुझे यह कहने में कोई शर्म नहीं है कि मेरे पिताजी अपने आसपास मौजूद हर किसी का सम्मान करते थे। हमारे यहां की परंपरा के मुताबिक होली के दौरान सबसे बड़े और सम्मानित व्यक्ति के पैरों पर रंग डालकर त्योहार की शुरुआत की जाती थी। जश्न से पहले मेरे पिता हरिवंश राय बच्चन उस शख्स के पैरों पर रंग डाला करते थे, जो शौचालयों की सफाई करता था।'



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