बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक हाल ही में रिलीज हुई है। फिल्म रिलीज होने से पहले दीपिका जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्रों का समर्थन करने पहुंचीं थीं जिसके बाद सोशल मीडिया पर छपाक का विरोध शुरू हो गया था। अब फिल्म की डायरेक्टर मेघना गुलजार ने बताया कि दीपिका का जेएनयू जाने का फैसला किसका था।

 

मेघना ने हाल ही में इस मुद्दे पर बात की और कहा कि पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को अलग रखा जाना चाहिए। मेघना ने दर्शकों से अनुरोध किया कि वो अपने देखने के नजरिए को बदलें और एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर फिल्म बनाने की वजह को समझें।

 

इसके साथ ही मेघना ने बताया कि जेएनयू छात्रों से मिलने का फैसला दीपिका का था। मेघना ने कहा, 'हमें पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को अलग रखने में सक्षम होना चाहिए। कोई अपनी पर्सनल लाइफ में क्या कर रहा है और किसी ने अपने प्रोफेशनल तौर पर अपनी फिल्म में क्या किया है, उन्हें अलग रखना चाहिए।'

 

मालूम हो कि जेएनयू कैंपस में हिंसा हुई थी जिसका विरोध कर रहे छात्रों का समर्थन करने दीपिका पहुंचीं थीं, जिसके बाद सोशल मीडिया छपाक को बॉयकॉट करने जैसे पोस्ट किए जाने लगे। बता दें कि छपाक में दीपिका पादुकोण मालती नाम की लड़की का रोल निभा रही हैं जो कि एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित है। लक्ष्मी पर साल 2005 में नदीम नाम के एक शख्स ने उस समय तेजाब फेंका था जब उन्होंने शादी के लिए इंकार कर दिया था। लक्ष्मी उस समय केवल 15 साल की थीं। इसके बाद लक्ष्मी ने खुद अपनी लड़ाई लड़ी। 


छपाक में दीपिका के अलावा एक्टर विक्रांत मेसी लीड रोल में हैं। 10 जनवरी को रिलीज हुई इस फिल्म के साथ अजय देवगन की फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' रिलीज हुई जिसमें सैफ अली खान, काजोल और शरद केलकर लीड रोल में हैं। 

 
 

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