कनिका कपूर सोमवार को लखनऊ के पीजीआई से डिस्चार्ज कर दी गईं। डॉक्टरों की सलाह पर इन दिनों उन्होंने घर पर ही खुद को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर लिया है। फिलहाल कनिका विशेष निगरानी में हैं और अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें 28 दिनों तक क्वारंटीन किया जा सकता है। कोरोना को मात देकर कनिका कपूर भले ही घर आ गई हैं, लेकिन स्वस्थ होने के बाद उन्हें एक और मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। बॉलीवुड गायिका पर खुद को आइसोलेट न करने व जानबूझकर लोगों की जान को खतरे में डालने का आरोप लगा है। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने बताया कि कनिका के खिलाफ लखनऊ के थाना सरोजिनी नगर में आईपीसी की धारा- 188, 269 और 270 के तहत मामला दर्ज हैं, जिनमें उनसे पूछताछ की जाएगी।

 

 

 

 

क्वारंटाइन के बाद लखनऊ पुलिस कनिका कपूर का बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है। उनके खिलाफ दर्ज एफआइआर में सात साल से कम की सजा का प्रावधान है। डॉक्टरों ने कनिका को कुछ दिन आराम करने और उन्हें क्वारंटाइन रहने के लिए कहा है। बयान दर्ज करने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

 

 

 

 

18 मार्च को कनिका कपूर की तबियत खराब हुई थी। 19 को सैंपल लेकर जांच कराई गई। 20 मार्च को उन्हें पीजीआई के कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया था। जीआई के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने खुद कहा था कि शुरुआत में वार्ड में भर्ती रहने के दौरान कनिका कपूर का व्यवहार वहां के कर्मचारियों के प्रति ठीक नहीं था। वह वीवीआईपी फरमाइश कर रही थीं। हालांकि, डिस्चार्ज होते वक्त कनिका कपूर ने चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों के प्रति आभार जताया और वार्ड से बाहर जाते वक्त सभी को थैंक्स कहा। इस दौरान उन्होंने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन भी किया।

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