मुंबई। ऐक्टर करण ओबरॉय ने शुक्रवार को जमानत की आर्जी दे दी है। बता दें कि वह रेप और जबरन वसूली के आरोप में गुरुवार से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं। उन पर ये आरोप एक महिला ऐस्ट्रॉलजर ने लगाए हैं, उसी की शिकायत पर उन्हें हिरासत में लिया गया था। करण ने अपनी अर्जी में FIR को झूठा और उन्हें परेशान करने के लिए उठाया गया कदम बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोप लगाने वाली महिला से उनका जो भी रिश्ता था वह उसकी मर्जी से ही था। 

करण के वकील दिनेश तिवारी ने बताया कि बेल पर सुनवाई अगले हफ्ते कोर्ट हॉलिडे से पहले होगी। उन्होंने बताया, 'मेरे क्लाइंट के खिलाफ केस फर्जी है और यह दोनों के बीच मेसेजस को देखकर भी पता चलता है।' 

करण पर यह भी आरोप लगा है कि उन्होंने उस ऐस्ट्रॉलजर से सीरियस रिलेशनशिप का कमिटमेंट किया था। हालांकि करण ने अपनी जमानत याचिका में इस बात को नकार दिया। 

याचिका के मुताबिक, करण और आरोप लगाने वाली महिला एक डेटिंग ऐप के जरिये मिले थे इससे साफ होता है कि दोनों ही पार्टीज रिलेशनशिप के लिए सीरियस नहीं थीं। वहीं शिकायतकर्ता ने ही करण को रिझाने के लिए तस्वीरें भेजी थीं। याचिका में दोनों के बीच मेसेजस की कॉपी भी अटैच की गई। करण ने याचिका में लिखा कि इससे साफ होता है कि उन्होंने कभी जबरदस्ती नहीं की। 

बेल याचिका के मुताबिक, महिला काला जादू करने का दावा करती थी और करण को धमकाती थी। बताया कि उसके टॉर्चर करने से आजिज आकर उन्होंने महिला को हर जगह से ब्लॉक कर दिया था। हालांकि वह नंबर बदलकर उनसे कॉन्टैक्ट करती रही। करण की तरफ से दाखिल डॉक्यूमेंट्स में यह जानकारी भी दी गई कि उन्होंने महिला से कभी कुछ नहीं मांगा बल्कि महिला उन्हें रिझाने के लिए जबरन गिफ्ट देती थी। 



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