मुंबई। बॉलिवुड अभिनेता अजय देवगन की फिल्म 'दे दे प्यार दे' का ट्रेलर जब से रिलीज़ हुआ है, तब से अजय से लोग बार-बार सवाल कर रहे हैं कि आलोक नाथ, जिन पर राइटर विंता नंदा ने #MeToo का आरोप लगाया था, वह उनकी फिल्म 'दे दे प्यार दे' में हैं। फिल्म के ट्रेलर लॉन्च पर भी यह सवाल किया गया था, लेकिन इस सवाल से बचते हुए अजय ने तपाक से माइक खुद लेकर कहा था कि फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद यह मामला सामने आया था। 

अब 'दे दे प्यार दे' के प्रमोशनल इंटरव्यू के दौरान जब अजय से हमने फिर #MeToo के इस मामले में सवाल पूछा गया तो उन्होंने समझाते हुए अपनी बात कही। अजय कहते हैं, 'देखिए #MeToo में आरोप लगना और आरोप साबित होने में फर्क है, जिस भी आरोपी पर आरोप साबित हो जाए, उसके साथ काम नहीं करना है, इस बात से मैं पूरी तरह सहमत हूं। इस मामले में आरोप लगना तो बेहद आसान है, अब जिस पर सिर्फ आरोप लगा है, उसके साथ काम नहीं करना है, यह कौन तय करेगा, आप, मैं या कानून? आरोप तो कोई भी किसी पर भी लगा देता है। अगर आपने यह विश्वास कर लिया है कि सामने वाला आरोपी है, तो उसके साथ काम करना बंद कर दें, यह आपके ऊपर है।' 

हम यह नहीं सोचते कि जिस किसी पर भी #MeToo का आरोप लगा है, उनके भी अपने बच्चे हैं, उनका अपना परिवार है। हमारे लिए तो हमने जो भी बोल दिया, वह बोल दिया, लेकिन जिस पर आरोप लगाया है, उनके बच्चों की क्या गलती है? आप उस व्यक्ति के करियर के बारे में भूल जाएं, लेकिन परिवार और बच्चों को जो तकलीफ हो रही होती है, उसका क्या? मैं ऐसे व्यक्ति को जानता हूं, जिन पर यौन शोषण का आरोप लगा, उनकी बेटी ने खाना खाना और स्कूल जाना बंद कर दिया। आप कल्पना नहीं कर सकते कि वह परिवार किस परेशानी से जूझ रहा है।' 

अजय देवगन की फिल्म 'दे दे प्यार दे' में उनके अलावा तब्बू और रकुल प्रीत सिंह मुख्य भूमिका में हैं। जावेद जाफरी, जिम्मी शेरगिल, अलोक नाथ और हुसैन दलाल भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे। यह फिल्म 17 मई को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। फिल्म को भूषण कुमार और लव रंजन ने प्रड्यूस किया है। अकिव अली ने फिल्म का निर्देशन किया है। 


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