नयी दिल्ली। बॉलीवुड की देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा यूनाइटेड नेशन्स चिल्ड्रंस फंड (यूनिसेफ) की ग्लोबल यूनिसेफ गुडविल एम्बेस्डर हैं। हाल ही में पाकिस्तान की मानव अधिकार मंत्री शिरीन माजरी ने एक फॉर्मल लैटर लिख कर प्रियंका को इस पद से हटाने की मांग की है। ये मांग एक इवेंट में उनके एक कमेंट को लेकर की गई है।


दरअसल पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने एक खत यूनीसेफ को लिखा है। इस खत में शिरीन ने लिखा है कि प्रियंका चोपड़ा ने सार्वजनिक तौर से भारत सरकार की कश्मीर नीतियों का समर्थन किया है। इसके साथ ही परमाणु हमले की धमकी का समर्थन किया है। यह सब पूरी तरह से शांति और सद्भावना के सिद्धांतों के खिलाफ है। प्रियंका को शांत और सद्भावना बनाए रखने के लिए प्रियंका चोपड़ा को यूएन की गुडविल एंबेसडर नियुक्त किया गया है।


माजरी ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जम्मू एवं कश्मीर राज्य को दिए गए विशेष दर्जे को रद्द करने और वहां पर कथित रूप से कश्मीरी मुसलमानों की जातीय सफाई के कारण इस क्षेत्र में पनपे संकट का भी हवाला दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार पूर्वोत्तर भारतीय राज्य असम में चालीस लाख भारतीय मुसलमानों को उनकी नागरिकता से वंचित कर रही है।


बता दें कि कुछ दिन पहले प्रियंका चोपड़ा एक इवेंट में गई थीं। इस इवेंट में जाने से पहले प्रियंका ने एक ट्वीट किया था। प्रियंका ने लिखा था- 'जय हिंद (हिंदुस्तान अमर रहे।), भारतीय सेना।' इसी पर ट्वीट पर पाकिस्तानी महिला ने प्रियंका से सवाल पूछा कि 'आप शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र की सद्भावना एंबेसडर हैं और आप पाकिस्तान में परमाणु युद्ध को प्रोत्साहित कर रही हैं। एक पाकिस्तानी के रूप में, लाखों लोगों ने, मेरे जैसे लोगों ने आपका समर्थन किया है।' 


 


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