'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का चांद पर उतरते समय इसरो से संपर्क टूट गया। चांद की सतह से करीब 2.1 किलोमीटर ऊंचाई से पहले डैंलर से इसरो का संपर्क टूटा था।


चंद्रयान-2 के बारे में अभी जानकारी का इंतजार है। इसरो के कंट्रोल रूम में वैज्ञानिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। डाटा का अध्ययन अभी जारी है। बॉलीवुड हस्तियों ने इस मिशन से आशा व्यक्त की और अपने प्रयासों के लिए इसरो की सराहना की।


अनुपम खेर ने इसरो के प्रयास की सराहना की और बेहतरी के लिए उम्मीद जताई। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ''आज पूरी दुनिया भारत के साथ है।" उन्होंने इसरो की हौसलाअफजाई करते हुए लिखा-''गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले! बहुत बढ़िया इसरो। हमें गर्व है।''


रितेश देशमुख ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज जो हासिल हुआ वह कोई छोटी उपलब्धि नहीं थी। अपने ट्वीट में रितेश देशमुख ने लिखा, ''हम होंगे कामयाब! भविष्य उन लोगों का है जो अपने सपनों की सुंदरता में विश्वास करते हैं! हमें इसरो की पूरी टीम पर अविश्वसनीय रूप से गर्व है। आज जो कुछ हासिल हुआ वह कोई छोटी उपलब्धि नहीं थी।''


इन कलाकारों में फिल्म निर्माता और फिल्म 'अनुच्छेद 15' के निर्देशक अनुभव सिन्हा ने ट्वीट करते हुए कहा, "मुझे उम्मीद है कि वे संचार को बहाल कर सकते हैं। मैं आशा करता हूं कि आगे और बेहतर होगा. वेल डन इसरो।''


कॉमेडियन वीर दास भी पीछे नहीं रहे। वीर दास ने ट्वीट किया- 'जब कोई सही मायने में सोचता है तो हम वास्तव में एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में कितने युवा है। यह तथ्य हमारे पास अंतरिश्र मिशन हैं और इस स्तर पर यह एक शानदार उपलब्धि है। इसरो आपके साथ राष्ट्र खड़ा है।' आपको बता दें, चंद्रयान-2 मिशन की शुरुआत 14 अगस्त से शुरू हुई थी।


'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले स्टेशन से टूटा संपर्क

बता दें कि लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया। 'विक्रम' ने 'रफ ब्रेकिंग' और 'फाइन ब्रेकिंग' फेज को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया। इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं। इसरो अध्यक्ष के. सिवन इस दौरान कुछ वैज्ञानिकों से गहन चर्चा करते दिखे।


वहीं, विभिन्न विशेषज्ञों ने कहा कि अभी इस मिशन को असफल नहीं कहा जा सकता. लैंडर से एक बार फिर संपर्क स्थापित हो सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर लैंडर विफल भी हो जाए तब भी 'चंद्रयान-2' का ऑर्बिटर एकदम सामान्य है और वह चांद की लगातार परिक्रमा कर रहा है।



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