टेरी के पूर्व प्रमुख व संस्थापक निदेशक आर के पचौरी का गुरुवार को निधन हो गया। वह 79 साल के थे। लंबी बीमारी के चलते वह दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे। एक दिन पहले ही उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। टेरी (द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए यह सूचना दी। टेरी ने ट्वीट कर कहा, 'बड़े ही दुख के साथ हम यह जानकारी दे रहे हैं कि टेरी के संस्थापक निदेशक डॉक्टर आरके पचौरी का निधन हो गया है। पूरा टेरी परिवार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है।' 


वर्ष 2015 में डॉक्टर अजय माथुर ने डॉक्टर पचौरी की जगह टेरी महानिदेशक का पद संभाला था। डॉक्टर माथुर ने इस मौके पर कहा, 'आज टेरी जो भी है, वह डॉक्टर पचौरी की मेहनत का ही फल है। एक शीर्ष संस्थान बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है।'

 

टेरी के चेयरमैन नितिन देसाई ने कहा, 'डॉक्टर पचौरी का वैश्विक सतत विकास में काफी अहम योगदान है। जलवायु परिवर्तन पर अंतर मंत्रालय पैनल (IPCC) में उनके नेतृत्व ने जलवायु परिवर्तन से संरक्षण के लिए जमीन तैयार की।'

 

आर के पचौरी को मंगलवार को जीवन रक्षक उपकरण पर रखा गया था। उन्हें दिल की पुरानी परेशानी को लेकर एस्कार्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया था। 79 वर्षीय पचौरी की अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी।

 

डॉक्टर पचौरी को पिछले साल जुलाई में मेक्सिको में दिल का दौरा पड़ा था। तभी से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। डॉक्टर पचौरी पर उनकी एक पूर्व महिला सहयोगी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्होंने ‘द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट’ (टेरी) के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था।

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