चुनाव खत्म होते ही एग्जिट पोल के आंकड़े भी फटाफट आ गए जैसे उन्होंने भी अपनी पूरी तैयारी पहले से ही कर रखी थी और जैसा की देश की तमाम शीर्ष न्यूज़ एजेंसी और चैनल आदि ने मोदी सरकार की वापसी के तगड़े संकेत दिये हैं। जिसका असर एक नहीं बल्कि दोदो जगहों पर देखने को मिल रहा है। पहला तो विपक्षी पार्टियों में इन नतीजों से खलबली मची हुई है तो वहीं दूसरी ओर एक्ज़िट पोल के इन नतीजों ने शेयर मार्केट के पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए ऐतिहासिक तेजी दर्ज की है, मतलब कह सकते हैं की मोदी के दोबारा आने से पहले ही शेयर बाजार बमबम हो गया है।

फिलहाल आपकी जानकारी के लिए बताते चलें की चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे मगर इससे पहले ही शेयर बाजार में जबर्दस्त तेज़ी देखने को मिल रही है। आंकड़ों के अनुसार बीईएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ) का सेंसेक्स 3.75 फीसदी की बढ़त के साथ 39,352.67 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं अगर बात की जाए एनएसई ( नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ) की तो यहाँ पर 3.69 फीसदी की बढ़त दर्ज की गयी जिसके साथ निफ्टी 11,828.30 के स्तर पर पहुंच गया। शायद किसी को भी इस बता का अंदाजा नहीं था की लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों के आने से पहले एक्ज़िट पोल का ही इतना जबर्दस्त असर दिखेगा। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि मार्केट एक्स्पर्ट्स की मानें तो अभी कम से कम 2 से 3 फीसदी की और तेजी आने की उम्मीद की जा रही है।

किनकिन मुख्य कंपनियों के बढ़े शेयर

भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, अडानी पोर्ट्स, इंडियाबुल्स हाउसिंग तथा टाटा मोटर्स के स्टॉक्स काफी बढ़त के साथ क्लोज़ हुए।

निवेशकों को कितना हुआ फायदा हुआ

जिस तरह से एक्ज़िट पोल के नतीजों का असर शेयर बाजार पर पड़ा और इसके रिकॉर्ड छलांग से निश्चित रूप से निवेशकों को भी खूब लाभ पहुंचा है। बताते चलें की बीएसई के अंतर्गत जितनी भी कंपनियां सूचीबद्ध हैं उनके निवेशकों को कारोबार के दौरान तकरीबन 5.33 लाख करोड़ रुपए का लाभ हुआ है।  ऐसे में इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पहले की अपेक्षा बढ़कर 1 करोड़ 51 लाख 86 हजार 312 करोड़ रुपए हो गया। जबकि बीते सप्ताह बाजार बंद होते समय यह आंकड़ा करीब 1 करोड़ 46 लाख 58 हजार 709 करोड़ रुपए था। यानी की यह साफ तौर पर देखा जा सकता है की न सिर्फ शेयर मार्केट ने ऐतिहासिक तेजी दर्ज की है बल्कि निवेशकों को भी इसका खूब लाभ मिला है।

रुपया भी हुआ मजबूत

एग्जिट पोल में बीजेपी के पक्ष में जाते भारतीय रुपये पर भी पड़ा है और इस दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे मजबूत होकर 69.74 पर बंद हुआ। जो की एक अच्छा संकेत हैं।


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