मध्‍य प्रदेश से बड़ी खबर है सूबे के पूर्व मुख्‍यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता बाबूलाल गौर का निधन हो गया है।89 साल के गौर राज्य में बीजेपी का बड़ा चेहरा थे। बताते हैं कि अगस्त की शुरूआत में ही उन्हें तबियत खराब होने पर उन्हें  भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वो आईसीयू में भर्ती रहे थे। 


बाबूलाल गौर 89 वर्ष के थे। बताया जा रहा है कि मंगलवार देर रात से ही उनकी हालत और बिगड़ती गई। उनका ब्लड प्रेशर कम होता गया और पल्स रेट भी गिरता गया। उन्हें लगातार लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर रखा गया था। उनकी किडनियों ने भी काम करना बंद कर दिया था। नर्मदा अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर राजेश शर्मा ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। वह वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे और कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे।बताया जा रहा है कि जबसे गौर ऐंजिओप्लास्टी कराकर लौटे तभी से उन्‍हें काफी कमजोरी हो गई थी। उनकी तीन नसें ब्‍लॉक बताई गई थीं इसलिए अधिक उम्र के बावजूद उनका ऑपरेशन करना पड़ा। 


पीएम, शिवराज और दिग्विजय ने दी श्रद्धांजलि

बाबूलाल गौर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है। पीएम ने लिखा, 'बाबूलाल गौरजी का लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। जनसंघ के समय से ही उन्होंने पार्टी को मजबूत और लोकप्रिय बनाने के लिए मेहनत की। मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मध्य प्रदेश के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे। बाबूलाल गौरजी के निधन से गहरा दुख हुआ। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।'


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश की राजनीति में एक युग की समाप्ति। बीजेपी के आधार स्तंभ, पूर्व मुख्यमंत्री, हमारे मार्गदर्शक व जन-जन के नेता श्री बाबूलाल गौर के निधन से दुखी हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व परिजनों को इस गहन दुख को सहने की क्षमता प्रदान करें।' 


बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने गौर को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'बीजेपी के वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौरजी के निधन के समाचार ने द्रवित कर दिया। वह सिर्फ नेता नहीं, बीजेपी की राजनीतिक सोच वाले मार्गदर्शक भी थे। उनके साथ पार्टी के एक युग का अवसान हो गया। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे!' 


इससे पहले गौर की गुरूग्राम के एक अस्पताल में एंजियोप्लास्टी की गई थी और वो इलाज कराकर पिछले महीने ही भोपाल लौटे थे बाद में उनकी हालत खराब होने पर उन्हें भोपाल में भर्ती कराया गया जहां आज उनका निधन हो गया। 



మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: