नयी दिल्‍ली। पिछले कई दिन से हो रही बारिश के कारण बिहार और यूपी में हालात भयानक हो गए हैं। इन राज्‍यों की एक बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में है। वर्षा जनित हादसों में मरने वाले लोगों का आंकड़ा 148 पार कर गया है। एक सप्‍ताह में बाढ़ से उत्तर प्रदेश में 111 और बिहार में 28 लोगों की मौत हुई है।


पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन मंत्री संजय झा और मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ शहर एवं उसके आस पास के जल जमाव से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार गया जिला में दीवार गिरने से मलबे में दब कर पांच लोगों की मौत हो गई। एक अन्य शख्स की नदी में बह कर मौत हो गई। जहानाबाद में घर की दीवार गिरने से तीन साल की एक लड़की की मौत हो गई। बिहार में पिछले एक सप्ताह से अबतक कुल 28 लोगों की मौत हो चुकी है।


वहीं मौसम विभाग ने बिहार में अभी ओर बारिश का अलर्ट जारी किया है। यहां भारी बारिश के कारण अनेक इलाके पानी में डूबे हुए हैं।


मौसम विभाग ने मानसून की देर से वापसी और पटना में और बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। पटना में पिछने तीन दिन से भारी बारिश के कारण अनेक इलाके पानी में डूबे हुए हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि देश में 1994 के बाद इस मानसून में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने इसे 'सामान्य से अधिक बताया। मानसून सोमवार को आधिकारिक रूप से तो समाप्त हो गया लेकिन यह देश के कुछ हिस्सों के ऊपर अभी भी सक्रिय है।



इन राज्यों के अलावा उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में 13 लोगों के मारे जाने की सूचना है। गुजरात में राजकोट जिले में एक कार के पानी में बह जाने से कार सवार तीन महिलाओं की मौत हो गई। सौराष्ट्र के अनेक हिस्सों में बारिश हो रही है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का आवास भी बारिश से प्रभावित हुआ है। वह शहर में अधिकारियों को निर्देश देते नजर आए।


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