दिल्ली के गीता कॉलोनी में गुरुवार रात दोस्तों ने युवक की पीटकर हत्या कर दी और फिर शव को ठिकाने लगाने के लिए चापड़ से उसके 13 टुकड़े कर दिए। हालांकि, शुक्रवार सुबह मामला खुल गया। पुलिस ने पांच आरोपियों को दबोच लिया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल । इनकी निशानदेही पर शव के चार टुकड़े बरामद कर लिए गए।


पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी अमनप्रीत सिंह उर्फ चिन्ना को सोनू ने तीन साल पहले थप्पड़ मार दिया था। वहीं, उसे यह भी शक था कि सोनू ने उसकी मुखबिरी की थी, जिस कारण वह जेल गया था। इस वजह से उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सोनू की हत्या कर दी।


पुलिस के अनुसार, 22 साल का सोनू गीता कॉलोनी में रहता था। वह मजदूरी करता था। परिजनों ने बताया कि गुरुवार रात उसके सात दोस्त घर पर आए। वे सोनू को गीता कॉलोनी स्थित श्मशान घाट ले गए और जहां सभी ने शराब पी। इस दौरान सोनू का दोस्तों से किसी बात पर विवाद हो गया। दोस्तों ने श्मशान घाट में पड़े लकड़ी के डंडों से उसकी जमकर पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने चापड़ से शव के 13 टुकड़े कर यमुना से लेकर एसडीएम ऑफिस तक फैला दिए। वहीं, शुक्रवार सुबह तक भी जब सोनू घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को उसकी चिंता हुई।


दोस्तों ने उन्हें कोई जवाब नहीं दिया तो परिजन पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने जब सोनू के दोस्तों लवजीत सिंह, अर्जुन, अमनप्रीत, भावित से पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया। इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शव के कुछ हिस्से बरामद कर लिए हैं। इन्हें सब्जी मंडी शवगृह में सुरक्षित रखवा दिया गया है। शनिवार को डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। वहीं, पुलिस शव के अन्य हिस्सों की तलाश कर रही है।


कई बार बच गया था मुख्य आरोपी अमनप्रीत उर्फ चिन्ना पिछले तीन साल से सोनू को ठिकाने लगाना चाहता था। इसके लिए उसने सोनू को कई बार यमुना किनारे शराब पिलाई थी लेकिन मौका नहीं मिला। - 513 लोगों की हत्या राजधानी में इस साल 15 सितंबर तक की जा चुकी है - 313 लोगों की हत्या राजधानी दिल्ली में वर्ष 2018 में की गई थी।

మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: