हैदराबाद। आरटीसी कर्मचारियों की हड़ताल रविवार दूसरे दिन भी जारी रहने से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। आरटीसी बस डिपो से बाहर नहीं निकलने का फायदा उठाते हुए निजी वाहन ऑपरेटर दो से तीन गुना किराया वसूल रहे हैं। नगरद्वय में बस के साथ दूर-दराज के क्षेत्रों को जाने वाली बसें भी रुक गई हैं।


इस बीच, मुख्यमंत्री केसीआर की अध्यक्षता में रविवार को प्रगतिभवन में आरटीसी हड़ताल को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक होने वाली है और बैठक में कोई बड़ा फैसला करने की संभावना व्यक्त हो रही है। दूसरी तरफ, आरटीसी कर्मचारी यूनियन भी अपनी मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने की बात स्पष्ट कर रहे हैं।


ग्रेटर हैदराबाज जोन के अंतर्गत करीब 3,000 हजार बसें डिपो तक सीमित हैं। कंडक्टर, ड्राइवर, सुपरवाइजर, मेकानिक आदि सभी श्रेणियों के कर्मचारी हड़ताल में भाग ले रहे हैं। महात्मा गांधी, जुबलीहिल्स, दिलसुखनगर आदि बस स्टेशनों सहित सभी डिपो के पास कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं।


दूसरी तरफ, यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए परिवहन विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। इसी के तहत आरटीसी ने किराए की बसें चला रही है और इसके लिए अस्थाई कंडक्टर और ड्राइवरों की मदद से कुछ बसें चलाई जा रही हैं।


उसी तरह, दूर-दराज के क्षेत्रों को जाने वाले यात्रियों के लिए अस्थाई पर्मिट पर निजी, कॉंट्रेक्ट, टूरिस्ट और स्कूल बसों की व्यवस्था की गई है। दूसरी तरफ, दशहर की भीड़ और दूसरी तरफ हड़ताल का फायदा उठाते हुए निजी ऑपरेटर यात्रियों से मनमाने किराया वसूलरहे हैं।



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