नयी दिल्ली। प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल ने दिल्ली की एक अदालत से कहा कि भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के मोबाइल फोन 'लोकेशन' का उस दिन का ब्योरा उसके पास नहीं है, जिस दिन उन्नाव में 17 वर्षीय लड़की से कथित तौर पर बलात्कार हुआ था। 


बंद कमरे में हो रही सुनवाई के दौरान एप्पल के वकील ने जिला न्यायाधीश धर्मेश शर्मा के समक्ष यह जानकारी दी।उल्लेखनीय है कि 29 सितंबर को अदालत ने कंपनी से दो हफ्ते में संबद्ध जानकारियां शपथपत्र के साथ मुहैया करने का आदेश दिया था।


गौरतलब है कि सेंगर पर 2017 में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म करने का आरोप है। एक सड़क हादसे में घायल पीड़िता का दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में इलाज चल रहा है।


इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उन्नाव गैंगरेप केस (Unnao Gang Rape Case) में जो चार्जशीट दायर की है उसमें तीन और लोगों के नाम शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इन तीन लोगों ने 2017 में पीड़िता का गैंगरेप किया था।  जिन तीन लोगों का नाम चार्जशीट में शामिल है उनके नाम नरेश तिवारी, बृजेश यादव सिंह और शुभम सिंह हैं और ये तीनों ही जमानत पर बाहर हैं।


चार्जशीट के मुताबिक, चार जून की घटना के बाद इन तीनों ने कथित तौर पर पीड़िता का अपहरण कर गैंगरेप किया था। यह मामला भाजपा से निष्कासित कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा 4 जून, 2017 को उसके साथ कथित दुष्कर्म किए जाने की घटना से अलग है।  शुभम सिंह की मां शशि सिंह कथित तौर पर पीड़िता को बहलाकर चार जून को विधायक के आवास पर ले गई थी।


वहीं दिल्ली की एक स्थानीय कोर्ट ने शनिवार को उन्नाव रेप पीड़िता की मां से पूछताछ की। पीड़िता के पिता की हिरासत में हुई मौत के सिलसिले में उनसे ये पूछताछ की गई। हालांकि इस पर अभी सुनवाई नहीं हो पाई क्योंकि एक आरोपी का वकील कोर्ट में उपस्थित नहीं हो पाया था इस वजह से सुनवाई फिलहाल के लिए टाल दी गई थी। 


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