भगवान राम की नगरी अयोध्या में पिछले चार दिन से दीपोत्सव मनाया जा रहा है। सरयू के किनारे राम की पैड़ी पर शनिवार को 4 लाख 10 हजार दीप जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। हालांकि, लक्ष्य 5.51 लाख दीप प्रज्ज्वलति करने का रखा गया था। पिछले साल 3 लाख 10 हजार दीप जलाए गए थे। यह भी वर्ल्ड रिकॉर्ड था। इस साल करीब एक लाख दीप ज्यादा जलने से पुराना रिकॉर्ड टूट गया। दीपों की लौ में भगवान राम के दर्शन कराए गए। इससे पहले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंचकर राम-सीता की आरती उतारी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जाति-धर्म न देखकर सभी को बराबर हक दिया और रामराज्य स्थापित किया।


योगी ने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी ने देश की संस्कृति को पूरी दुनिया में फैलाने का काम किया है। सभी को दीपावली की शुभकामनाएं देता हूं। राम की परंपरा पर हमें गौरव की अनुभूति होती है। अयोध्या की जब भी बात होती है, तो रामराज्य पहले हमारे दिमाग में आता है। जहां दुख के लिए कोई जगह न हो। ऐसा राज्य ही रामराज्य कहलाता है। मोदीजी ने ऐसा ही रामराज्य स्थापित किया है। यह आधुनिक रामराज्य का उदाहरण है कि जाति और धर्म न देखकर सभी को बराबर हक दिया जा रहा है। किसी भेदभाव के बगैर कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।''


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'पहले की सरकारें अयोध्या के नाम से डरती थीं'
योगी ने कहा, ''पहले की सरकारें अयोध्या नाम से डरती थीं, आना भी नहीं चाहती थीं, लेकिन मैं अब तक डेढ़ दर्जन बार अयोध्या आ चुका हूं। मैं हर बार अयोध्या के लिए सैकड़ों करोड़ की योजनाएं लेकर आता हूं। आज भी हम 226 करोड़ की योजनाएं अयोध्या के लिए लाए हैं। अयोध्या को उसकी पहचान दिलानी है। दुनिया के हर सनातन धर्म मानने वाले के लिए अयोध्या की पहचान वैसे ही जैसे दूसरे धर्मों के लोगों के लिए उनके पवित्र स्थान की है।'' दीपोत्सव में अयोध्या में राम के जीवन वृतांत को दर्शाती 11 झाकियों की शोभायात्रा निकाली गईं। इसमें लंका विजय कर लौटे श्रीराम की वापसी का दृश्य दिखाया गया। शोभायात्रा को फिजी की डिप्टी स्पीकर वीना कुमार भटनागर ने हरी झंडी दिखाई। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वीणा भटनागर ने मुख्य अतिथि के रूप में दीपोत्सव की छटा को बढ़ाया है।

दीपोत्सव में भारत, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया और फिलीपींस के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। इसके साथ 22 सांस्कृतिक रथों को भी तैयार किया गया है। दीपोत्सव के प्रभारी आशीष मिश्र के मुताबिक, कार्यक्रम की तैयारी हो चुकी है। अयोध्या के 13 बड़े मंदिरों में तीन दिन (24 से 26 अक्टूबर) लगातार 5001 दीये जलाए जाएंगे।

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