प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिन की अपनी यात्रा पर थाइलैंड के बैंकॉक पहुंचे. यहां पर शनिवार को उन्होंने बैंकॉक के नेशनल स्टेडियम में हजारों भारतीयों को संबोधित किया. अमेरिका में हाउडी मोदी की तर्ज पर इस कार्यक्रम को सवास्दी मोदी कार्यक्रम नाम दिया गया था. कार्यक्रम का सबसे अनूठा पल तब आया जब पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 का जिक्र किया. इसका जिक्र करते ही पूरा स्टेडियम खड़ा हो गया. मोदी-मोदी के नारों के बीच हजारों लोगों ने पीएम मोदी को स्टैंडिंग ओवेशन दिया. इस पर प्रधानमंत्री ने उन्हें धन्यवाद कहा.



कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद-370 का उल्लेख करते हुए कहा, 'हमारी सरकार ने भारत में आतंकवाद एवं अलगाववाद के बीज बोए जाने के पीछे के कारण से छुटकारा पाने का फैसला किया.' प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त किए जाने के फैसले पर कहा, 'जब फैसला सही होता है तो इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई देती है. आपको भी पता है कि भारत में क्या हुआ. पीएम के इतना कहते ही स्टेडियम में मौजूद हजारों लोग उठ खड़े हुए.' पीएम मोदी ने कहा, 'ये अभिवादन भारत की संसद और उन सांसदों का है, जिनके कारण ये फैसला हो पाया.'



कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने गुरुनानक देवजी के आने वाले 550वें प्रकाश पर्व का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा, करतारपुर गलियारा नौ नवंबर को खुलेगा, श्रद्धालु आजादी से करतारपुर साहिब जा सकेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकॉक में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'भारत में पिछले पांच साल में हुए बदलावों की वजह से जनता ने इस बार मेरी सरकार को बड़ा जनादेश दिया.'



बहु-प्रतीक्षित क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत के अंतिम दौर में पहुंचने के बीच सबकी निगाहें भारत की ओर लगी हैं कि क्या वह 16-एशिया प्रशांत देशों से जुड़े दुनिया के सबसे बड़े व्यापारिक समझौते के लिए सहमत होगा. कई राजनयिक सूत्रों ने पुष्टि की है कि सोमवार को बैंकाक के नोंथबरी में शिखर बैठक के दौरान भारत को छोड़कर, सभी 15 आरसीईपी सदस्य देश इस सौदे को अंतिम रूप देने के लिए सहमत थे.



प्रस्तावित समझौते पर विभिन्न बैठकों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उम्मीद से ज्यादा व्यापार घाटे को लेकर भारत की चिंताओं का समाधान करना महत्वपूर्ण है और भारत के विशाल बाजार को खोले जाने के साथ उन क्षेत्रों में भी खुलापन होना चाहिए जहां भारतीय कारोबारियों को लाभ हो सकता है. वह आरसीईपी के साथ ही अगले तीन दिनों में नोंथबरी में दो अन्य महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलनों में भाग लेंगे.



पीएम मोदी ने ‘बैंकाक पोस्ट’अखबार के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘हमने स्पष्ट तरीके से उचित प्रस्ताव सामने रखे हैं और गंभीरता के साथ बातचीत में शामिल हैं. हम अपने कई सहयोगियों की महत्वकांक्षाओं के अनुरूप सेवाओं का स्तर चाहते हैं , यहां तक कि हम उनकी समस्याओं के समाधान के लिए तैयार हैं."

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