हाथरस के चिलर प्लांट पर विद्युत बकाए की 11 लाख की चिल्लर जमा करने से विद्युत विभाग ने मना कर दिया। विभागीय अधिकारियों ने चिलर प्लांट के मैनेजर को लिखित में दिया है कि चूकी बैंक इतनी बड़ी मात्रा में सिक्के स्वीकार नहीं करते अत: बकाए की इस राशि को सिक्के के रूप में जमा नहीं किया जा सकता। चिलर प्लांट मैनेजर ने इसे आरबीआई के निर्देशों का उल्लंघन बताते हुए नोटिस देने की बात कही है।



शहर के एक नामी चिलर प्लांट पर 12 लाख रुपए से अधिक का बकाया होने पर विद्युत द्वारा कनेक्शन काटे जाने की की चर्चा है। चिलर प्लांट के मैनेजर का दावा है कि बकाया जमा करने के लिए वे विभाग के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन बकाया जमा नहीं किया जा रहा। शनिवार को चिलर प्लांट के मैनेजर कपिल पाठक ने बताया कि विभाग द्वारा बिल जमा नहीं किए जाने के चलते ही प्लांट पर इतनी बड़ी रकम बकाया बन गई है।



उनका कहना है कि उनके चिलर प्लांटसे निकलने वाली बर्फ व दूध आदि की बिक्री से उन्हें सिक्के प्राप्त होते हैं। उन्हीं सिक्कों से वे सभी पार्टियों को भुगतान करते हैं। वे लगातार आरबीआई से जारी व चलन में रहने वाले सिक्कों को लेकर भुगतान करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी सिक्कों को स्वीकार नहीं कर रहे। कपिल ने बताया कि उन्होंने लिखित में अधिशासी अभियंता को सिक्के स्वीकार न किए जाने से अवगत कराया तो उन्होंने लिखित में सिक्के स्वीकार करने से इंकार किया है। शनिवार को एक बार फिर वे 10 लाख 94 हजार रुपए के सिक्के लेकर बिजलीघर पहुंचे  लेकिन बिल जमा नहीं किया गया।



चिलर प्लांट की ओर से सिक्कों में 10 लाख 94 हजार रुपए के भुगतान की बात कही गई थी। चूंकि बैंक द्वारा हमसे बहुत अधिक संख्या में सिक्के स्वीकार नहीं किए जाते। इसलिए हम इतनी बड़ी मात्रा में सिक्के स्वीकार नहीं कर सकते। -खान चन्द्र, अधिशासी अभियंता खण्ड दो विद्युत, हाथरस



हम लगातार बिल जमा करने की कोशिश कर रहे हैं। आज भी हम बिल जमा करने के लिए पूरी रकम लेकर एक्सईएन के पास पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने लिखित रूप से खेरीज लेने से इंकार कर दिया है। इसे लेकर चिलर प्लांट की ओर से नोटिस जारी किया जा रहा है। 

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