अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने एकमत से रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया है। इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या पर फैसले से सीख लेनी चाहिए। हर भारतीय को अपने दायित्व को पूरा करना होगा। हमारी एकता देश के विकास के लिए अहम है। साथ मिलकर ही मंजिल तक पहुंचा जा सकता है। हर कठिन समस्या का हल न्यायपालिका से ही मिलता है। दुनिया ने देखना कि भारत का लोकतंत्र जीवंत है। पीएम ने कहा ‘फैसला आने के बाद जिस प्रकार हर वर्ग, हर समुदाय और हर पंथ के लोगों सहित पूरे देश ने खुले दिल से इसे स्वीकार किया है, वो भारत की पुरातन संस्कृति, परंपराओं और सद्भाव की भावना को प्रतिबिंबित करता है। इस फैसले के बाद भारत न्यू इंडिया के निर्माण में जुटेगा।’


उन्होंने आगे कहा ‘पूरे देश की इच्छा थी कि इस मामले की अदालत में रोज सुनवाई हो, जो हुई और आज निर्णय आ चुका है। पूरी दुनिया ये तो मानती है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, लेकिन आज दुनिया ने ये भी जान लिया है कि भारत का लोकतंत्र कितना जीवंत और मजबूत है।’ बता दें कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने भारतीय इतिहास की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण इस व्यवस्था के साथ ही करीब 130 साल से चले आ रहे इस संवेदनशील विवाद पर फैसला सुनाया है। पीठ ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया है। इसके साथ ही कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन देने का की बात कही है। बता दें कि इस विवाद ने देश के सामाजिक ताने बाने को तार तार कर दिया था।

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