नयी दिल्ली। पाकिस्तान द्वारा बढ़ते खतरे को भांपते हुए इंडियन आर्मी अपनी पश्चिमी सीमा के पास जल्द ही बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रही है। इस युद्धाभ्यास में इंडियन आर्मी के 40 हजार जवानों के साथ बड़ी तादाद में टैंक, तोप और लड़ाकू हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे। इस युद्धाभ्यास को सिंधु सुदर्शन-VII नाम दिया गया है। जिसमें आर्मी के 21वीं कोर की युद्धक तैयारियों को परखा जाएगा। इसके अलावा यह भी देखा जाएगा कि दुश्मन के घर में हमला करने को लेकर हमारी तैयारियां कहां तक है।


यह युद्धाभ्यास राजस्थान के बाड़मेड़ और जैसलमेर में 13 से 18 नवंबर के बीच आयोजित किया जाएगा। सेना इस दौरान अपने सैन्य क्षमता का परीक्षण करेगी। एक अधिकारी ने बताया है कि इसमें टैंक, पैदल सेना के वाहनों और तोपखाने की तोपों की ताकत को परखा जाएगा। ताकि, यह देखा जा सके कि युद्ध की हालत में उन्हें प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है। इस युद्धाभ्यास का प्रथम चरण अक्तूबर में पोखरण में आयोजित किया गया था, जहां इंडियन आर्मी के टैंक और तोपों ने अपनी फायरपावर का जबरदस्त प्रदर्शन किया था।


इस अभ्यास में टी-72 टैंक, बीएमपी वाहन (हमलावर वाहन), एम 777 आर्टिलरी गन, आर्मी एयर डिफेंस, अपाचे, चिनूक लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के साथ ही HAL का एएलएच रुद्र हेलीकॉप्टर भी शामिल होगा। पहली बार किसी युद्धाभ्यास में इंडियन आर्मी के-9 वज्र सेल्फ प्रोपेल्ड ऑर्टिलरी शामिल करेगी। इसे नवंबर 2018 में आर्मी में शामिल किया गया था।



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