अमरावती। आंध्र प्रदेश की जगन सरकार ने शुक्रवार को राज्य में चल रहे सभी बार के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। राज्य में चरणबद्ध तरीके से पूर्ण शराबबंदी को लेकर तीन दिन पहले सरकार ने 40 प्रतिशत बार बंद करने का निर्णय लिया था। राज्य सरकार प्रदेश में दो सालों के लिए नई बार नीति भी लेकर आई है, जो 1 जनवरी, 2020 के बाद से प्रभाव में आएगी।

 

इस नीति के तहत, सरकार ने बार खोलने के लिए 10 लाख रुपये की फीस तय करते हुए लॉटरी सिस्टम से लाइसेंस देना तय किया है। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में मौजूद 798 बारों में से 40 प्रतिशत को बंद कर दिया जाए। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार ने इसके उपभोग में कमी लाने के लिए शराब की कीमत बढ़ाने का भी प्रस्ताव पेश किया है।

 

आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश की मीडिया में आ रही खबरों में बताया जा रहा है कि नीतीश की तरह रेड्डी ने भी विधानसभा चुनाव की तैयारी के समय ही शराबबंदी का वादा जनता से किया था। आंध्र के ग्रामीण इलाके की पदयात्रा के दौरान जगन ने महिलाओं से चरणबद्ध ढंग से शराबबंदी का वादा किया था, क्योंकि जगन मोहन रेड्डी भी मानते हैं कि महिलाएं और बच्चे शराब के सबसे बुरे शिकार हैं। 

 

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