हैदराबाद। हैदराबाद में जानवरों की डॉक्टर के साथ रेप और फिर निर्मम हत्या के मामले में धीरे-धीरे सारी तहें खुल रही हैं और इस बारे में सच सामने आ रहा है कि चारों आरोपियों ने कैसे घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। घंटों शराब पीकर डॉक्टर को अपना शिकार बनाने वाले दरिंदों ने उन्हें भी शराब पिलाने की कोशिश की थी। यही नहीं, पीड़िता की हत्या कर शव जलाने के बाद वे फरार हो गए लेकिन वापस यह देखने आए कि शव पूरी तरह से जला है या नहीं।

 

जांच में यह बात सामने आई है कि दो आरोपियों, शिवा और नवीन ने पहले नैशनल हाइवे 44 पर शम्शाबाद और शादनगर के बीच पहले रास्ते की रेकी की। वहीं, उन्होंने चट्टनपल्ली गांव में एक अंडरपास के नीचे शव को जलाया था। ये दोनों पीड़िता की बाइक से आगे चल रहे थे जबकि शव के साथ बाकी दोनों आरोपी ट्रक में थे। शिवा और नवीन पहले दो-तीन दूसरी जगहें भी खोजी थीं लेकिन लोगों के होने की वजह से वहां नहीं रुके।


हाइवे पर आखिरकार जब अंडरपास देखा तो वहां सन्नाटा देखकर शव को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद वे मौके से फरार हो गए लेकिन बाद में फिर लौटे, यह देखने के लिए कि शव पूरी तरह जला है या नहीं। पुलिस के सूत्रों से पता चला है कि डीजीपी एम महेंद्र रेड्डी और साइबराबाद के कमिश्नर वीसी सज्जनार ने दूसरे पुलिस अधिकारियों के साथ रविवार देर शाम मौका-ए-वारदात का दौरा किया था।

 

सूत्रों से पता चला है कि गायब हुआ डॉक्टर का मोबाइल फोन ट्रेस कर लिया गया है। हालांकि, इस बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है और उनका कहना है कि फोन की जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी नहीं बताया है कि फोन कब बरामद किया गया।

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