हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप के बाद हत्या के आरोपियों को आज शादनगर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस सभी आरोपियों की 10 दिन की रिमांड मांगेगी। गैंगरेप-मर्डर के इस मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है।

गौरतलब है कि हैदराबाद गैंगरेप की घटना ने संसद को भी हिला दिया है। इस निर्मम घटना की सभी दल के सांसदों ने कड़े शब्दों में निंदा की है।समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने कहा कि चाहे निर्भया हो या कठुआ, सरकार को उचित जवाब देना चाहिए। जिन लोगों ने ऐसा किया, उनकी सार्वजनिक तौर पर लिंचिंग करनी चाहिए। जिन पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती है, उनका नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए और उनको शर्मिंदा करना चाहिए।

इस पूरे मामले में जिस तरह से पुलिस की लापरवाही सामने आई है, उसके बाद डीजीपी गौतम सवांग ने कहा है कि हमने सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि जैसे ही किसी थाने पर संज्ञेय अपराध की सूचना आए, सीमा विवाद में उलझे बिना तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा, अगर एफआईआर दर्ज नहीं होती है तो उस थाने के पुलिस अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के अलावा केस दर्ज किया जाएगा। उनके अलावा उनके सीनियर अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा।

 

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 29 नवंबर को हैदराबाद के साइबराबाद टोल प्लाजा के पास एक महिला की अधजली लाश मिली थी। महिला की पहचान एक वेटनरी डॉक्टर के तौर पर हुई है। पुलिस के मुताबिक, महिला की गैंगरेप के बाद हत्या की गई, फिर लाश को पेट्रोल से जलाकर फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया गया। वारदात में शामिल चारों आरोपियों की पहचान मोहम्मद आरिफ, नवीन, चिंताकुंता केशावुलु और शिवा के तौर पर हुई है। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए साजिश के तहत महिला डॉक्टर की स्कूटी पंक्चर की थी, ताकि वे महिला डॉक्‍टर को अपने जाल में फंसाकर वारदात को अंजाम दे सके।

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