हैदराबाद। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में स्थानीय मौलाना आजाद नेशनल यूनिवर्सिटी (मानू) में भी विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही छात्रों ने सोमवार से शुरू हो रही परीक्षाओं का बहिष्कार करने की घोषणा की है। छात्रों ने विश्वविद्याल के गेट के पास धरना दिया। छात्रों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और केंद्र सरकार का पुतला भी जलाया है।

 

पता चला है कि ये छात्र जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में चल रहे आंदोलन के समर्थन में हैदराबाद के गच्ची बावली स्थित मानू के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने रात तक आंदोलन किया। बड़ी संख्या में छात्रों ने गेट के पास देर रात तक धरना दिया। अधिकारियों ने बड़ी संख्या में छात्रों को देख विश्वविद्यालय का गेट बंद कर दिया और बड़े पैमाने पर पुलिस को तैनात कर दिया।

 

इस दौरान छात्र संगठन के नेताओं ने कहा कि सोमवार से शुरू होने वाली परीक्षाओं का बहिष्कार किया जाएगा। मगर विश्वविद्यालय की ओर से इस प्रकार की कोई घोषणा नहीं आई है। आपको बता दें कि पांच दिन पहले भी मानू के छात्रों ने ‘का’ के खिलाप प्रदर्शन किया।

 

दूसरी ओर हैदराबाद में विभिन्न संगठनों ने भी काले झंडे लेकर रैलियाँ निकाली और एनआरसी तथा सीएए के खिलाफ नारेबाजी की। नामपल्ली, लकड़ी का पुल और पुराने शहर में रैली और धरना दिया गया। यह धरना कार्यक्रम जमात ए इस्लामी के नेतृत्व में दिया गया। धरना कार्यक्रम में धार्मिक नेताओं के अलावा छात्र, विभिन्न पार्टी के नेताओं ने भाग लिया।

 

इसी क्रम में धरना चौक के पास आयोजित कार्यक्रम वक्ताओं ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम भारतीय समाज की एकता के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि यह किसी एक धर्म से जुड़़ा मुद्दा नहीं है। बल्कि देश में धार्मिक सद्भावना को क्षति पहुंचाने वाला है। वक्ताओं ने मांग की है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी को तुरंत समाप्त किया जाये।

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