कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा यूपी पुलिस पर लगाये गये बदसलूकी और अभद्रता के आरोप पर महिला सीओ डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि उनसे किसी भी तरह की कोई बदसलूकी नहीं की गई, अर्चना ने कहा कि बिना किसी जानकारी के उनके फ्लीट का रास्ता बदला गया, सुरक्षा की दृष्टि से हमने सिर्फ रास्ता जानना चाहा था।

 

रास्ता बदला गया
सीओ अर्चना सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा की फ्लीट की जिम्मेदारी उनके पास थी, जो जानकारी थी, उसके अनुसार उनका काफिला कौल हाउस जाने के लिये निकला था, लेकिन रास्ते में बगैर जानकारी के फ्लीट का रास्ता बदल दिया गया था, अर्चना सिंह ने बताया कि उन्होने सुरक्षा की दृष्टि से रास्ता जानना चाहा था।


 
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप
महिला सीओ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया है, महिला पुलिस अधिकारी ने कहा, कि धक्का-मुक्की में वो गिर गई थी, प्रियंका गांधी बिना हेलमेट लगाये स्कूटी पर बैठी थी, सुरक्षा की दृष्टि से मैंने उन्हें हेलमेट लगाने को भी कहा था, जिसके बाद वो पैदल मार्च करने लगी, उनके साथ किसी तरह की कोई बदसलूकी नहीं की गई, मैंने अपना कर्तव्य निभाया।


 
बदसलूकी का आरोप
प्रियांका गांधी वाड्रा के आरोप पर एसएसपी लखनऊ ने बयान जारी करते हुए कहा कि गला पकड़ने और गिराने की बात पूरी तरह से गलत है, सीओ ने कांग्रेस महासचिव के दौरे की जानकारी मांगी थी, कांग्रेस नेताओं ने जानकारी देने से मना कर दिया और पुलिस वालों से बदसलूकी की।

 

https://twitter.com/AjayendraR/status/1211098247046918144?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1211098247046918144&ref_url=https%3A%2F%2Findiaspeaks.news%2F2019%2F12%2F29%2Fmisbehave-with-priyanka-gandhi-woman-co-archna-singh-refuses-1219%2F

 


प्रियंका ने किया पैदल मार्च
करीब 4-5 किमी पैदल चलकर प्रियंका गांधी एसआर दारापुरी के घर पहुंची, इस दौरान कांग्रेस समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा, पुलिस-प्रशासन दोनों ही प्रियंका के कद के आगे बौने नजर आये, क्योंकि प्रियंका को देखने के लिये स्थानीय लोग भी आ गये, एसआर दारापुरी के घर के अलावा वो लखनऊ में हिंसा के आरोप में गिरफ्तार सदफ जफर के घर भी पैदल पहुंची, हालांकि इस दौरान प्रियंका गांधी ने लखनऊ पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया।

మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: