नयी दिल्ली। भाजपा ने झारखंड में रविवार को सत्ता संभालने वाली हेमंत सोरेन सरकार को पहली कैबिनेट बैठक में किसानों के ऋण माफ करने की घोषणा के वादे की याद दिलाते हुए कहा कि नई सरकार अपने इस वादे पर ‘टांय-टांय फिस्स’ हो गई। बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन ने झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। मंत्रिमंडल के सहयोगी के रूप में कांग्रेस के दो और राष्ट्रीय जनता दल का एक विधायक ने भी शपथ ली।

 

भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने तंज कसते हुए कहा, आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं, अनुबन्धकर्मियों को स्थाई नौकरी देने की बात करने वाली सरकार ने अभी सिर्फ बकाया मानदेय देने का निर्णय लिया।

भाजपा ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठित हुई नई सरकार को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी उम्मीद करती है कि नई सरकार विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाएगी। प्रतुल ने कहा कि भाजपा नई सरकार की कानून सम्मत सभी सकारात्मक पहलों का समर्थन करेगी, लेकिन पहली कैबिनेट बैठक में किसानों के ऋण माफी की घोषणा करने की बात को नई सरकार ने भुला दिया।

उन्होंने कहा, हेमंत सोरेन के लिए शुभकामनाएं और मंगलकामनाएं इसलिए भी आवश्यक हैं क्योंकि उनकी सरकार कांग्रेस के सहयोग पर खड़ी है। देश में ऐसा एक भी उदाहरण नहीं है जब कांग्रेस के सहयोग से चल रही किसी दूसरे दल के मुख्यमंत्री की सरकार को कांग्रेस ने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने दिया हो।

प्रतुल ने कहा की जब सोरेन विपक्ष में थे तो वे सरकार की  पोस्टर-बैनर संस्कृति का विरोध करते थे लेकिन आज पूरे शहर में नई सरकार के गठन के रिकॉर्ड संख्या में सरकारी होर्डिंग लगे हैं। प्रतुल ने कहा कि इसमें कोई नकारात्मक बात नहीं है लेकिन सोरेन ने इस संस्कृति का विरोध किया था इसलिए भाजपा सिर्फ उन्हें उनकी बातें याद दिला रही है।

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