चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान कर दिया है. चुनावी बिगुल बजते ही सत्तारूढ़ पार्टी AAP ने दावा किया है कि वे अपने काम की बदौलत जीतेंगे. वहीं बीजेपी का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरे पांच साल सिर्फ वादे और विज्ञापन पर खर्च किए हैं. इस बीच एक सर्वे आया है जिसमें कहा जा रहा कि दिल्ली में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी.

 

 

आईएएनएस-सीवोटर के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण से जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार मजबूती के साथ दोबारा सत्ता में वापस आएगी. यह सर्वेक्षण जनवरी के पहले हफ्ते में किया गया और सोमवार को जारी हुआ. इसके मुताबिक यदि चुनाव जनवरी के पहले हफ्ते में हो तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप 2015 में मिली जीत को दोहरा सकती है.

 

 

सर्वेक्षण का सैंपल साइज 13,076 था. यह दिल्ली चुनाव से संबंधित पहला सर्वेक्षण है. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी को मतदान होंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी. पिछली बार आप ने 67 सीटें हासिल की थी.

 

 

सीवोटर सर्वेक्षण के अनुसार, आप को 53.3 फीसदी वोट मिलते, जिससे वह करीब 59 सीटें जीतने के करीब होती. जबकि बीजेपी को 25.9 फीसदी वोट के साथ आठ सीटें हासिल होतीं. वहीं कांग्रेस 4.9 फीसदी वोट के साथ चार सीटें जीत पाती अगर चुनाव जनवरी के पहले हफ्ते में होते.

 

 

सर्वेक्षण में लोगों को पूछा गया था, 'विधानसभा चुनाव अगर आज होते हैं तो आप किसे वोट देंगे?' इस दौरान आप को 54 से लेकर 64 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया. बीजेपी को तीन से 13 और कांग्रेस को शून्य से छह सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.

 

 


पिछले विधानसभा चुनाव में आप को 67 सीटें मिली थी और पांच विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने के बाद उनके पास 62 विधायक हैं. पंजाब चुनाव में जीत दर्ज करने पर एक विधायक के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में भी उसे एक सीट का नुकसान हुआ था.

 

 

 

वर्ष 2015 में बीजेपी ने तीन सीटें जीती थी और बाद में उसने उपचुनाव में एक सीट जीता था, इस तरह विधानसभा में उसके चार विधायक हैं.

 

 

अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुछ दिन बाकी रह गए हैं. ऐसे में यह तय है कि फोकस अब इन दो दलों पर ही रहेगी.

 

 

दिल्ली में मतदान और रिजल्ट कब?

बता दें, दिल्ली विधानसभा की सभी सीटों के लिये मतदान 8 फरवरी को और मतगणना 11 फरवरी को होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने बताया, 'दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है जबकि नामांकन पत्र की जांच 22 जनवरी को होगी.'

 

 

उन्होंने बताया कि नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 24 जनवरी है. दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित हैं.

 

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