मध्यप्रदेश के सीधी जिले के अंतर्गत सिहावल तहसील में मंगलवार को एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया. बताया गया कि एक महिला लिपिक के पास पहुंची और बोली ''साहब मेरे पास रुपये नहीं हैं! इसी भैंस का दूध बेचकर 10 हजार रुपये आपको दिए फिर भी मेरा काम नहीं हुआ. अब रिश्वत के पर तौर आप मेरी भैंस ले लीजिए और मेरा नामांतरण-बंटवारा कर दीजिए. क्योंकि मैं चार माह से रुपये देने के बाद भी भटक रही हूं.''

 

 

जब महिला बतौर रिश्वत भैंस लेकर तहसील कार्यालय पहुंची तो सभी कर्मचारी व आसपास के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. नौटंकी को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जुट गए. एक घंटे तक चले ड्रामे के बाद महिला को वापस घर भेज दिया गया.

 

 

इधर, सिहावल के तहसीलदार ने महिला की हरकत से खिन्न होकर चौकी प्रभारी को आवेदन देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

 

 

 

वैसे तो मध्य प्रदेश का यह मामला है बीते मंगलवार का है, लेकिन है बड़ा मजेदार। दरअसल, सीधी जिले के तहसील कार्यालय में एक महिला बतौर रिश्वत भैंस लेकर पहुंची। नामांतरण-बंटवारा का काम नहीं पूरा होने की वजह से महिला ने ऐसा किया। महिला ने कहा, उसके पास पैसे नहीं है, इसलिए रिश्वत के तौर पर भैंस को रखा जाए।

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