नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से कोलकाता के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर समारोह में शामिल होंगे तथा धरोहर इमारतों को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक, शनिवार को प्रधानमंत्री कोलकाता में चार धरोहर इमारतों को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यहां एक कार्यक्रम में वह राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ एक कार्यक्रम में मंच साझा कर सकते हैं।
 
 
इनमें ओल्ड करेंसी बिल्डिंग, बेल्वेदेरे हाउस, मेटकॉफ हाउस और विक्टोरिया मेमोरियल हाल शामिल है। संस्कृति मंत्रालय ने इनकी मरम्मत और साज-सज्जा का काम किया है। मंत्रालय विभिन्न मेट्रो शहरों में ऐसी प्रसिद्ध इमारतों के आसपास सांस्कृतिक स्थलों का विकास कर रहा है। इसके तहत कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और वाराणसी को शामिल किया गया है। शनिवार और रविवार को मोदी पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
 

 

प्रधानमंत्री मोदी और ममता के मंच साझा करने की संभावना

 
प्रधानमंत्री मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रविवार को यहां एक कार्यक्रम में मंच साझा करने की संभावना है। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने यह जानकारी दी। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, जहां तक हमें मालूम है, वह (ममता बनर्जी) 12 जनवरी को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी जहां प्रधानमंत्री भी मौजूद होंगे।

 
सूत्रों ने बताया कि राजभवन में मोदी और बनर्जी की एक बैठक होगी। इस बीच, मोदी-ममता की संभावित मुलाकात पर विपक्षी माकपा के विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब तृणमूल कांग्रेस का ‘दोहरा मापदंड’ उजागर हो गया है। हालांकि पश्चिम बंगाल भाजपा ने कहा कि संघीय ढांचे में यह उम्मीद की जाती है कि कोई भी मुख्यमंत्री उस सरकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहेगा जिसमें प्रधानमंत्री शिरकत करेंगे।

 

कांग्रेस, वाम मोर्चा व अन्य पार्टियां सीएए और एनआरसी का करेंगी विरोध

 
प्रधानमंत्री की दो दिवसीय कोलकाता यात्रा के दौरान कांग्रेस, वाम मोर्चा और अन्य राजनीतिक दलों ने संशोधित नागरिकता कानून और पूरे देश में एनआरसी का विरोध करने की तैयारी में हैं। पार्टियों ने इसके लिए पूरे राज्य में विरोध रैली निकालने की तैयारी की है।

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