पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि सिर पर तीन और चेहरे पर एक गोली लगने के बावजूद 42 वर्षीय एक महिला 7 किलोमीटर तक गाड़ी चलाकर पुलिस स्टेशन पहुंची। महिला ने आरोप लगाया है कि ज़मीन संबंधित विवाद के चलते 10वीं कक्षा में पढ़ रहे उसके भांजे ने उसे गोली मारी। महिला की बुज़ुर्ग मां भी गोली लगने से घायल हुईं। मामला पंजाब के मुक्तसर के गांव सम्मेवाली का है।

 

 


पीड़ित महिलाओं का नाम सुमीत कौर (42) और सुखजिंदर ( 65) है। उन्होंने बताया कि आरोपी पोता कंवरप्रीत अपने पिता हरिंदर सिंह के साथ मुक्तसर की अबोहर रोड गली नंबर 7 में रहता है। मैं मां के साथ गांव में रहती हूं। पिछले कई वर्षों से पुश्तैनी जायदाद को लेकर हमारा इनसे विवाद है।

 

 

कंवरप्रीत अक्सर घर मिलने आता रहता था। मंगलवार शाम कंवरप्रीत घर आया और दादी के पास रुक गया। फिर बुधवार सुबह कंवरप्रीत ने दादी से कहा कि मुझे शहर ट्यूशन जाना है, चाय बना दो। फिर जब मां चाय बनाने रसोई में जैसे ही गई तो कंवरप्रीत ने पिस्टल निकालकर मुझ पर फायरिंग कर दी।

 

 

जैसे ही गोलियों की आवाज सुनकर मां बाहर आई तो उसने उन पर भी गोलियां चला दी। सुमीत कौर ने आगे बताया कि मां के पास करीब 40 एकड़ पुश्तैनी जमीन है, जिसमें कुछ जमीन मेरे पास है। कंवरप्रीत और उसका परिवार जमीन पर भी कब्जा करना चाहते हैं, जिसके चलते उसने हमला किया।

 

 

इस वारदात के बाद गोलियां लगने के बावजूद घायल सुमीत कौर ने मां सुखजिंदर को उठाया और खुद कार ड्राइव कर 28 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंच गईं। दोनों महिलाओं की हिम्मत देख डॉक्टर भी हैरान हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, सुमीत और सुखजिंदर को लगी गोलियां निकाल दी गई हैं। दोनों की हालत खतरे से बाहर है।

 

 


सुमीत के हौसले को देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। उसकी खोपड़ी में 3 गोलियां और एक गोली पीछे गर्दन में फंसी हुई थी, लेकिन घायल महिला फिर भी होश में थी। वहीं, पुलिस ने भतीजे कंवरप्रीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।

మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: