नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने 57 उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया। इस सूची में भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रत्याशी का एलान नहीं किया है।
 
सूची जारी करने के दौरान तिवारी के साथ केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर मौजूद रहे जो दिल्ली में पार्टी के चुनाव प्रभारी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही अन्य प्रत्याशियों के नामों की भी घोषणा कर देगी। भाजपा की इस सूची में क्या खास रहा जानिए। 
  • भाजपा ने खुशी राम को आंबेडकर नगर, रविंद्र गुप्ता को मटिया महल और योगेंद्र चंदोलिया को करोल बाग से उतारा है तीनों पूर्व महापौर रह चुके हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरपी सिंह को भी राजेंद्र नगर से प्रत्याशी बनाया गया है।
  • इस सूची में 11 प्रत्याशी अनुसूचित जाति के हैं जो सुरक्षित सीटों से किस्मत आजमाएंगे। चार महिला प्रत्याशी हैं जबकि सात प्रत्याशियों का संबंध पूर्वांचल से है।
  • पार्टी की ओर से घोषित अधिकतर प्रत्याशियों को 2013 और 2015 चुनाव में भी भाजपा ने मौका दिया था।
  • भाजपा की सूची में दिल्ली के तीन नगर निगमों के छह मौजूदा और 13 पूर्व पार्षद शामिल हैं। 
  • आप छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले कई नेताओं में से पार्टी ने केवल दो पूर्व विधायकों को ही टिकट दिया है। हालांकि, इस सूची में देवेंद्र सहरावत और गुगन सिंह का नाम नदारद है।
  • तीन सीटें कालकाजी, हरीनगर और राजौरी गार्डन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) को दी जा सकती है। राजौरी गार्डन से मौजूद समय में अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा विधायक हैं जो भाजपा के टिकट पर जीते हैं।
  • पहली सूची में कृष्णानगर, नई दिल्ली, बुराड़ी, महरौली और कस्तूरबा नगर सहित कई सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है और कयास लगाए जा रहे हैं कि जीत की बेहतर संभावना के मद्देनजर पार्टी मौजूदा सांसदों को मैदान में उतार सकती है।
बता दें कि आप ने सभी 70 सीटों से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जबकि कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा अब तक नहीं की है। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को केवल तीन सीटों पर जीत मिली थी जबकि आप के खाते में 67 सीटें गई थी।
 
माना जा रहा है कि इस बार दिल्ली विधानसभा में एक बार फिर आप-भाजपा-कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय लड़ाई होगी। इस चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आप सरकार की मुफ्त बिजली, पानी और महिलाओं की बसों में यात्रा की योजना पर भरोसा है।
 
वहीं भाजपा को लगता है कि अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों को संपत्ति का अधिकार देने और संशोधित नागरिकता कानून सहित मोदी सरकार के फैसलों की वजह से वह दिल्ली चुनाव में जीत दर्ज करेगी।

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