हैदराबाद। आंध्र प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र आज शुरू हो रहा है। तीन दिवसीय विशेष शीत सत्र कड़ी सुरक्षा के बीच होगा। इस सत्र में प्रदेश में तीन राजधानी बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी चाहते हैं कि विशाखापत्तनम में कार्यकारी राजधानी हो, अमरावती में विधायी राजधानी हो और कुर्नूल में न्यायिक राजधानी बने।
 
 
राज्य सरकार के इस विचार पर तेलुगू देशम पार्टी के चीफ और पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू ने विरोध जाहिर किया है। उन्होंने सरकार के खिलाफ 'चलो विधानसभा' का एलान किया है। चंद्रबाबू ने सीएम रेड्डी से अपील की है कि राज्य की राजधानी को अमरावती से न हटाएं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इससे करीब 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश वापस हो जाएगा और किसानों को भी कष्ट उठाना पड़ेगा।

 
राज्य सरकार ने कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अमरावती में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया है। मौजूदा हालात को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है। सीएम को उनके घर से विधानसभा ले जाने के लिए पुलिस विशेष रूट का इस्तेमाल करेगी। 

 
नायडू ने कहा कि तीन राजधानी बनाने का कोई तर्क नहीं है। उन्होंने सरकार की प्रस्तावित योजना को तेलुगू देशम पार्टी के खिलाफ अभियान करार दिया। नायडू ने कहा, जब निर्माण इतना आगे चरण में पहुंच चुका है तो राजधानी बदलने का क्या मतलब है?

 
करीब 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश का संकल्प जताया गया है जिससे राज्य में करीब 50 हजार नौकरियों के सृजन की संभावना है। अस्पताल से शिक्षा केंद्र तक करीब 130 संस्थान बनने हैं। अगर राजधानी बदलती है तो ये सब नहीं होंगे।
 
 

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