देश की वीआईपी ट्रेनों में शुमार तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) पश्चिम रेलवे पर तकनीकी कारणों से बुधवार (22 जनवरी) को दहिसर और भाईंदर के बीच करीब 85 मिनट लेट हो गई थी। बताया जा रहा है कि रूट पर ओवरहेड वायर में गड़बड़ी होने के चलते दोपहर 12 बजे के करीब अप फास्ट लाइन पर ट्रेन यातायात बाधित हो गया। इस गड़बड़ी के कारण 8 ट्रेनों की सर्विस रद्द करनी पड़ी, जिनमें से एक अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस भी थी। यह ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई की ओर आ रही थी। इसके चलते रेलवे को नियमानुसार (लेट होने पर) तेजस में सवार सभी यात्रियों को मुआवजा देना पड़ा।

 

यात्रियों को मुआवजा:

बता दें कि ट्रेनों की श्रेणी में तेजस एक्सप्रेस एकमात्र ऐसी ट्रेन है जो अपने यात्रियों को ट्रेन लेट (देरी) होने पर मुआवजा देती है। अहमदाबाद- मुंबई तेजस एक्सप्रेस में तकरीबन 630 यात्री सवार थे जो ट्रेन लेट होने की वजह से 80 मिनट की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंचे थे। ऐसे में वे मुआवजे के हकदार हैं। गौरतलब है कि 19 जनवरी से अहमदाबाद से मुंबई के बीच तेजस को आधिकारिक रूप से चलाया गया था। यह देश की दूसरी प्राइवेट ट्रेन है।

 

क्या हैं नियम: बता दें कि यदि तेजस ट्रेन एक घंटे से ज्यादा समय के लिए लेट होती है तो यात्रियों को 100 रुपए और यदि दो घंटे की देरी होती है तो 250 रुपए का मुआवजा दिया जाता है। ज्ञात हो कि यह दूसरा मौका है जब तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को मुआवजा दिया जा रहा है।


पहले भी हुई थी लेट: बताया जा रहा है कि इससे पहले साल 2019 के अक्टूबर महीने में भी दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस लेट हुई थी। जिसके चलते उसके 950 यात्रियों को तीन घंटे की देरी हुई थी। बाद में उनको 250 रुपए का भुगतान किया गया था। बता दें कि ट्रेन लेट होने पर आईआरसीटीसी (IRCTC) द्वारा मोबाइल पर लिंक भेजा जाता है। यात्री लिंक पर क्लिक कर मुआवजे के लिए क्लेम कर सकते हैं।

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