नयी दिल्ली। 71वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सेना और सुरक्षाबलों को वीरता पुरस्कारों से नवाजे जाने का एलान कर दिया गया है। राष्ट्रपति ने सेना को 409 वीरता पुरस्कारों से सम्मानित करने पर मुहर लगाई है। इनमें आतंकियों को धूल चटाने वाले सेना के छह जांबाजों समेत 9 लोगों को शौर्य चक्र दिया गया है।
 
 
वहीं, थल सेना, नौसेना व वायुसेना के 28 सूरमाओं को परम विशिष्ट सेवा मेडल, 4 को उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 53 को अति विशिष्ट सेवा मेडल, 10 को युद्ध सेवा मेडल दिया गया है। उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी, सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह और एडजुटेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद दत्ता समेत 28 अफसरों को परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। 

 
नायब सूबेदार सोमबीर को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को मार गिराया था। इसके अलावा लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति लामा, मेजर केबी सिंह, नायब सूबेदार नरेंद्र सिंह, नायक नरेश कुमार और सिपाही करमदेव ओरांव को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।

 
बाकी तीन शौर्य चक्र गृह मंत्रालय के तीन लोगों को मरणोपरांत दिया गया है। वहीं, सुरक्षा बलों को दिए गए वीरता पुरस्कारों के तहत 4 राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक और 286 वीरता पुरस्कार दिए गए। जम्मू-कश्मीर पुलिस एसएसपी अब्दुल जब्बार, डीएसपी गुलाम हसन शेख और कांस्टेबल आसिफ इकबाल कुरैशी को वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक दिए जाने का एलान किया गया।

 
कांस्टेबल उत्पल राभा को भी मरणोपरांत राष्ट्रपति पुलिस पदक दिया गया है। इसके अलावा 93 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक और 657 को मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक दिया गया है।

 
जम्मू-कश्मीर पुलिस को सबसे ज्यादा 108 वीरता पदक
 
जम्मू-कश्मीर पुलिस को सबसे ज्यादा 108 वीरता पदक दिया गया है। इनमें वीरता के लिए 105 पुलिस पदक और तीन राष्ट्रपति पुलिस पदक शामिल हैं। वहीं, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को 76 वीरता पदक दिए गए हैं, जिसमें 75 पुलिस पदक जबकि एक राष्ट्रपति पुलिस पदक (मरणोपरांत) मिला है।

 
वहीं, झारखंड पुलिस को 33 पुलिस पदक दिए गए हैं। गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की पुलिस को यह सम्मान घाटी में आतंक रोधी अभियानाें में शामिल होने के लिए दिया गया है।

 

ये हैं शौर्य चक्र पाने वाले सूरमा

 
 
लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति लामा : 14 आतंकियों को पकड़ने का श्रेय
 
लामा ने पिछले साल जुलाई में मणिपुर में एक ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया था। उनके इसके लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। उन्हें अपने ऑपरेशन के दौरान 14 आतंकियों को पकड़ने का श्रेय भी दिया जाता है।

 
 
सिपाही करमदेव ओरांव : गोली लगी फिर भी फेंके नौ ग्रेनेड
 
शौर्य चक्र से सम्मानित ओरांव ने नियंत्रण रेखा पर एक ऑपरेशन के दौरान दो आतंकियों को मार गिराया था। सिपाही पर चार आतंकी हमला कर रहे थे, जहां सिपाही के बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली भी लगी फिर भी उन्होंनेे नौ ग्रेनेड फेंके, जिसमें दो आतंकी मारे गए थे।

 

नायब सूबेदार नरेंद्र सिंह : दो आतंकियों को मारा

पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) के नरेंद्र सिंह को नियंत्रण रेखा पर एक ऑपरेशन के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। उन्होंने दो आतंकवादियों को मार डाला और एक को घायल कर दिया था। आतंकवादी वहां भारतीय सेना के ठिकानों पर हमला करने की योजना बना रहे थे।

 
सेना के अलावा इन तीन को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र
 
सेना के छह लोगों के अलावा गृह मंत्रालय की श्रेणी में तीन लोगों को मरणोपरांत शौर्य चक्र दिए जाने का एलान किया गया है। यह वीरता पुरस्कार पाने वालों में चल्लापिला नरसिम्हा राव, कांस्टेबल कमल किशोर और डिप्टी एसपी अमन कुमार हैं।

 

इन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल

 
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल संजीव कुमार श्रीवास्तव, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा, लेफ्टिनेंट जनरल पी शंकर राजेश्वर, लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी, लेफ्टिनेंट जनरल अमरजीत सिंह बेदी, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, लेफ्टिनेंट जनरल जयवीर सिंह नेगी, लेफ्टिनेंट जनरल संतोष कुमार उपाध्याय, लेफ्टिनेंट जनरल संजीव कनाल, लेफ्टिनेंट जनरल रजनीकांत जग्गा, लेफ्टिनेंट जनरल आलोक सिंह कलेर, लेफ्टिनेंट जनरल रविंदर पाल सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद दत्ता, लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल दलीप सिंह, मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) संदीपन हांडा, मेजर जनरल मुकेश कुमार, मेजर जनरल अश्विनी कुमार चन्नन, वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला, वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार, वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन, एयर मार्शल राजकरन सिंह शेरा, एयर मार्शल कुलदीप शर्मा, एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा, एयर मार्शल सुरेंद्र कुमार घोटिया, एयर मार्शल राजीव दयाल माथुर, एयर मार्शल प्रदीप पद्माकर बापट।

 

आईटीबीपी के 15 और सीआईएसएफ के 29 जवानाें को पुलिस सेवा पदक

 
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 15 जवानों और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 29 लोगों को पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किए जाने का एलान किया गया है। वहीं, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की एक टीम को 2013 में एक कार्रवाई के लिए पुलिस वीरता पदक दिया गया है।

 
एसएसबी टीम ने झारखंड में 2013 में नक्सल कमांडर सहदेव राय को मार गिराया था। वहीं, उत्तर रेलवे के कांस्टेबल जगबीर सिंह राना को मरणोपरांत पुलिस वीरता पदक से नवाजा गया है। रेलवे के 15 अफसरों को पुलिस पदक दिया गया है।

 
54 लोगों को जीवन रक्षा पदक
 
राष्ट्रपति ने 54 व्यक्तियों को जीवन रक्षा पदक श्रृंखला पुरस्कार- 2019 प्रदान करने की मंजूरी दे दी है। इसमें सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक के लिए सात, उत्तम जीवन रक्षा पदक के लिए आठ और जीवन रक्षा पदक के लिए 39 व्यक्तियों को शामिल किया गया है। पांच लोगों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जाएगा।

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