नयी दिल्ली। आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को शहर के उद्योगपतियों और बुद्धिजीवियों से सीधा संवाद किया। एक सवाल के जवाब में संघ प्रमुख ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर भ्रम फैलाया जा रहा है। मुसलमानों का नेतृत्व अपने समाज का विकास नहीं चाहता है। हम मुसलमानों को अपने और हिंदुस्तान के साथ जोड़ना चाहते हैं। चाहते हैं कि मुसलमान देश को अपना मानें।

 

इस सोच से मुसलमानों का नेतृत्व डरा है। वह जानते हैं कि जिस दिन मुस्लिम समाज मुख्य धारा से जुड़ गया, उनकी राजनीतिक दुकान बंद हो जाएगी। यह कानून नागरिकता देने वाला है। किसी भारतीय की नागरिकता नहीं जाने वाली है। अब मुस्लिम समाज के गणमान्य लोगों को आगे आना होगा। जो भ्रम फैलाया गया है, उसे दूर करके आगे बढ़ना होगा। 

 

आरएसएस के पांच दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन के आखिरी दिन सोमवार को देर शाम संघ प्रमुख ने सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुभाष चंद्र बोस नगर में शहर के 25 प्रमुख उद्योगपति, शिक्षाविद, चिकित्सक और कारोबारियों से सीधा संवाद किया। आरएसएस के बारे में लोग जानें और कामकाज को सराहें, इस उद्देश्य से बुलाए गए संवाद समारोह में सवाल भी किए गए। राजनीति से संबंधित कुछ सवालों को संघ प्रमुख टाल गए। 

उन्होंने कहा कि संघ का काम योग्य नागरिक बनाना है। योग्य नागरिक से ही अच्छा समाज बनता है। जाति- छुआछूत से संबंधित एक सवाल के जवाब में संघ प्रमुख ने कहा कि जाति और वर्ग विभेद समाज के लिए अभिशाप है। इस विभेद के कारण ही दलितों की लंबे समय तक उपेक्षा हुई। संघ का काम इस व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त करना है।

 

इसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है। समाज के विकास के लिए हर किसी को अपना योगदान देना चाहिए। आमदनी का एक हिस्सा समाज के विकास पर खर्च हो तो जबरदस्त बदलाव आएगा। संवाद का सिलसिला करीब एक घंटे चला। 

संघ प्रमुख से मिलने वालों में वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. विश्वनाथ तिवारी, प्रमुख उद्योगपति चंद्र प्रकाश अग्रवाल,  महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह, एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. एसएन सिंह, गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वीके सिंह, उद्योगपति अमर तुलस्यान, डॉ. महेंद्र अग्रवाल, डॉ. अमित सिंह, डॉ. वीरेंद्र गुप्ता और डॉ. जेपी जायसवाल मौजूद रहे। 

सृजन से मिले संघ प्रमुख, शाबाशी भी दी

आरएसएस प्रमुख ने सोमवार को द पिलर्स पब्लिक स्कूल के कक्षा नौ के विद्यार्थी सृजन द्विवेदी से भी मुलाकात की। सृजन ने संघ प्रमुख के सामने ही जूते से मोबाइल चार्ज करने वाली तकनीक का प्रदर्शन भी किया, जिसके मॉडल को खूब सराहा गया है। संघ प्रमुख ने कक्षा नौ के विद्यार्थी को शाबाशी दी और कहा कि ज्ञान, विज्ञान में भारत का भविष्य सुनहरा है। खूब पढ़कर आगे बढ़ें और समाज सेवा करके युवाओं को मार्ग दिखाएं। सृजन ने कहा कि पिता के साथ आरएसएस प्रमुख से मिलने गया था। यह सपना पूरा होने जैसा है। संघ प्रमुख देश की प्रमुख हस्तियों में शुमार हैं।

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