केरल में एक दुल्हन ने निकाह में 80 किताबें मांगकर लोगों का दिल जीत लिया। सोशल मीडिया पर लोग इस पहल की तारीफ कर रहे हैं। दरअसल, पिछले साल 29 दिसंबर को कोल्लम जिले के नीलामेल में अजना नाजिम की शादी 26 साल के सिविल इंजीनियर इजाज हाकिम से हुई थी। शर्त के मुताबिक, हाकिम ने 96 किताबें भेंट कीं। इनमें भारतीय संविधान के अलावा गीता, बाइबल और कुरान जैसे पवित्र ग्रंथ भी शामिल हैं।

 

 

हाकिम ने अजना का ख्याल इससे ज्यादा रखा। शादी के बाद बेडरूम में एक बुकसेल्फ भी तैयार कराया, जिसमें सभी किताबें रखी गईं। दोनों ने अक्टूबर महीने में सगाई की थी, तभी मेहर की रस्म में किताबें भेंट करने की बात तय हुई थी। बीएड की छात्रा अजना ने अपनी सूची में खालिद हुसैनी, हारुकी मुराकामी और मिशेल ओबामा की जीवनी जैसी किताबें को शामिल किया था। 

 

 

दुल्हन द्वारा की जाने वाली मांग मेहर कहलाती है

मेहर मुस्लिम समुदाय में शादी के समय दुल्हन द्वारा की जाने वाली मांग होती है, जिसे दूल्हे को हर कीमत पर पूरा करना ही होता है। इसके बाद निकाह कबूल कराया जाता है। यदि मेहर की रस्म पूरी नहीं की जाती तो काजी निकाह नहीं कराते हैं। आमतौर पर मेहर के रूप में की जाने वाली मांग दोनों परिवारों के आर्थिक स्तर पर निर्भर करती है। मेहर के रूप में दुल्हन, रुपए, अपार्टमेंट, कार और गहने आदि भी मांग सकती है।

 

 


केरल में पहले भी 50 किताबें मेहर में मांगीं गईं
केरल में मुलिस्म समुदाय की शादी में मेहर के रूप में किताबें मांगने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2016 में हुई शादी के दौरान 50 किताबें मांगीं गई थीं। यह मांग हैदराबाद यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएट साहला नीचील ने की थी। वह मलप्पुरम के समुदाय को दिखाना चाहती थीं कि संबंध जोड़ने वाले दोनों परिवार सोने के बिना भी शादी कर सकते हैं। उसके मंगेतर ने बेंगलुरु के विभिन्न स्टोर्स जैसे ब्लॉसम, गैंगरेम्स और बुकवर्म से पुस्तकों को खरीदा था।

 

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