नयी दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर भारत की बड़ी अंतरराष्ट्रीय जीत हुई है। यूरोपीय संसद में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रस्ताव पर आज वोटिंग नहीं होगी। दरअसल, भारत के भारी विरोध और मित्र देशों के दबाव के चलते सीएए के खिलाफ यूरोपीय संसद (ईपी) में पेश 5 विभिन्न संकल्पों से संबंधित संयुक्त प्रस्ताव पर मतदान मार्च तक टल गया है। पहले प्रस्ताव पर बुधवार को बहस के बाद गुरुवार को मतदान होना था। पाकिस्तान ने अपने कुछ यूरोपीय मित्र देशों की मदद से प्रस्ताव पर वोटिंग कराने की कोशिश की थी, लेकिन यहां भी मात मिली।

 

यूरोपीय संसद की तरफ से इस बाबत बयान जारी करते हुए कहा गया कि 'ब्रसेल्स में आज का सत्र शुरू होने पर यूरोपीय संसद के सदस्यों द्वारा लिए गए फैसले के बाद सीएए पर पेश प्रस्ताव पर वोटिंग को मार्च माह तक टाला गया है।'

 

सूत्रों के मुताबिक, भारत ने इस घटनाक्रम का स्वागत किया है। भारत ने कहा कि यूरोपीय संसद में देश के दोस्त आज एक बार फिर पाकिस्तान के समर्थकों पर भारी पड़े हैं। इसके अलावा, भारत ने नागरिकता कानून को आंतरिक मामला बताया है और कहा है कि इसे समुचित लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत लाया गया है।

 

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