नयी दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में पिछले डेढ़ माह से जाफराबाद रोड पर धरने पर बैठी महिलाएं देर रात जाफराबाद मुख्य सड़क पर उतर आईं और नारेबाजी करते हुए एक तरफ से रास्ते को बंद कर दिया। प्रदर्शनकारी महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन परिसर में जमी हुई हैं। उत्तर पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त वेद प्रकाश सूर्या मौके पर हैं।

 

सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं व लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन जब वह तैयार नहीं हुए तो पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों ने महिलाओं को खदेड़ दिया। हालांकि खदेड़ने के बाद वापस सड़क पर आकर डट गईं। देर रात तक जाफराबाद में अफरा-तफरी का माहौल रहा। पुलिस अधिकारी ड्रोन उड़ाकर हालात का जायजा ले रहे थे।

बताया जा रहा है कि सीएए और एनआरसी के विरोध में जाफराबाद में महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं। आज सुबह महिलाओं को जाफराबाद रोड से लेकर राजघाट तक पैदल मार्च निकालना है। दिल्ली पुलिस ने मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी है। 

रविवार को निकाले जाने वाले मार्च को देखते हुए पुलिस अधिकारियो ने एतिहात के तौर पर शनिवार रात से ही जाफराबाद रोड पर पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात को दिया था। रोड पर पुलिस तैनात होते ही जाफराबाद में तनाव का माहौल हो गया। करीब साढ़े दस बजे धरने पर बैठी महिलाएं जाफराबाद मुख्य सड़क पर आ गईं और मेट्रो स्टेशन के पास जाम लगा दिया। आधे घंटे तक महिलाओं ने सड़क को बंद कर दिया। 

मुख्य मार्ग होने की वजह से वहां लंबा जाम लग गया। इसके बाद पुलिस बल ने महिलाओं को समझाने की कोशिश की। नाकाम होने पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। इसके बावजूद महिलाएं कभी गली तो कभी सड़क पर आकर नारेबाजी करने लगीं जो देर रात तक जारी था।

यमुनापार में शास्त्री पार्क, कर्दमपुरी, श्रीराम कॉलोनी, सुंदर नगरी, चांद बाग, मुस्तफाबाद, और जाफराबाद में  डेढ़ माह से सीएए के विरोध में धरना चल रहा है। इन धरना स्थलों पर बैठी महिलाएं रविवार को जंतर मंतर तक मार्च निकालने वाली थीं। दिसंबर माह में जाफराबाद और सीलमपुर में सीएए को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए थे। 

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