ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में 31 साल की एक वेटनरी डॉक्टर ने एक छोटे से तोते के पंखों को ट्रांसप्लांट किया है। इससे तोता फिर से उड़ने के काबिल बन सका। 12 हफ्ते के हरे रंग और चित्तिदार तोते को उड़ने से रोकने के लिए उसके मालिकों ने उसके पर कतर दिए थे। लेकिन तोता बार-बार उड़ने की कोशिश करता था। इससे वह ऊंचाई से गिर कर घायल हो गया।

 

 

अस्पताल पहुंचे तोते का डॉक्टर कैथरीन अपुली ने इलाज किया और उसका नाम वेई-वेई रखा है। पंखों के ट्रांसप्लांट में कुछ ही घंटों का समय लगा। इसके लिए दान में मिले तोते के पंख, ग्लू और टूथपिक्स का इस्तेमाल कर नए पंखों को तैयार किया गया।

 

 


पहले पंखों को लगाने के लिए जो प्रक्रिया अपनाई जाती थी, वह पक्षियों के लिए काफी तकलीफ देह होती है, लेकिन ग्लू बेस्ड तकनीक से तोता कुछ ही घंटे अस्पताल में रहा। ट्रासप्लांट के बाद तोता एक घंटे तक आसमान में उड़ा और फिर सुरक्षित जमीन पर आकर बैठ सका।

 

 


पिछले साल तितली के पंख ट्रांसप्लांट हुए थे
यह पहली बार नहीं जब किसी पक्षी की पंख ट्रांसप्लांट हुए हैं। इससे पहले केटी वनबेलिकम नाम की एक महिला ने एक तितली के पंखों को ट्रांसप्लांट कर उड़ने के काबिल बनाया था। तितली के पंखों को जोड़ने और उसे फिर उसका उड़ते हुए वीडियो पिछले साल सितंबर में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: