केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में गुरुवार को होने वाली 12वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा को टाल दिया है। सीबीएसई की 12वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 73 केंद्रों पर जबकि पूर्वी दिल्ली में सात केंद्रों पर रद्द की गई है।

 

 

 

राजधानी दिल्ली में हिंसा की स्थिति को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने गुरूवार को होने वाली 12 वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा उत्तर-पूर्वी दिल्ली एवं पूर्वी दिल्ली के कुछ केंद्रों पर स्थगित कर दी है।

 

 

 

सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि दिल्ली सरकार के आग्रह तथा छात्रों, कर्मचारियों एवं माता-पिता को होने वाली कठिनाइयों से बचने के लिए बोर्ड ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के उत्तर-पूर्वी के हिस्से में गुरुवार को होने वाली 12वीं की अंग्रेजी की परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के 73 केंद्रों पर और पूर्वी दिल्ली के सात केंद्रों पर कल होने वाली यह परीक्षा स्थगित की गई है।

 

 

 

अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के बाकी हिस्सों में परीक्षा कार्यक्रम के अनुरूप ही आयोजित की जाएगी। प्रभावित छात्रों के लिए परीक्षा की अगली तारीख जल्दी ही घोषित की जाएगी। 

 

 

 

 

हाईकोर्ट ने सीबीएसई को दिया था निर्देश

गौरतलब है कि  दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को सीबीएसई को हिंसाग्रस्त उत्तर-पूर्वी दिल्ली के केंद्रों पर बोर्ड परीक्षाओं का कार्यक्रम बदलने पर शाम पांच बजे तक फैसला लेने और जनता को शाम छह बजे तक सूचित करने के निर्देश दिए थे। जस्टिस राजीव शकधर ने सीबीएसई को कहा कि टाली गई परीक्षाओं का कार्यक्रम फिर से तय करते हुए 12वीं कक्षा के छात्रों की प्रवेश परीक्षाओं को ध्यान में रखा जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के केंद्रों पर 27, 28 और 29 फरवरी को होने वाली बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला शाम पांच बजे तक लें और शाम छह बजे तक जनता को सूचित करें।

 

 

 

अदालत ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हालात खराब हो गए हैं। अदालत के ये निर्देश तब आए जब सीबीएसई ने बुधवार को कहा कि हिंसाग्रस्त उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 86 स्कूलों में परीक्षाएं टाल दी गई हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि 10वीं और 12वीं कक्षा के जिन छात्रों के बोर्ड परीक्षा केंद्र, हिंसा से प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हैं उन्हें अगले 10-15 दिनों के लिए परीक्षाओं के कार्यक्रम के बारे में एक बार में बताया जाए न कि रोज-रोज के आधार पर।

 

 

 

अदालत ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हालात खराब हो रहे हैं तथा वहां और मौतें हुई हैं, इसलिए सीबीएसई को अगले 10-15 दिनों के लिए कोई फैसला लेने की जरूरत है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर पिछले तीन दिनों में हुई साम्प्रदायिक झड़पों में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है और 200 से अधिक लोग घायल हैं।

 

 

 

अदालत पूर्वी दिल्ली में निजी स्कूल भाई परमानंद विद्या मंदिर और उसके 10वीं तथा 12वीं के कुछ छात्रों की याचिका पर सुनवाई कर रही है। छात्रों ने कहा कि सीबीएसई द्वारा उन्हें आवंटित किए गए केंद्र उनके स्कूल से 16 किलोमीटर दूर और हिंसाग्रस्त इलाकों में से एक चंदू नगर-करावल नगर रोड पर है। उन्होंने कहा कि इलाके में हिंसक झड़पों और दंगों के कारण उनका परीक्षा केंद्र तक पहुंचना मुश्किल है। उन्होंने अदालत से सीबीएसई को न्यू संध्या पब्लिक स्कूल से उनका परीक्षा केंद्र बदलकर पूर्वी दिल्ली जिले में करने का निर्देश देने का अनुरोध किया जहां पर्याप्त सुविधाएं और सुरक्षा के इंतजाम हों।

 

 

 

अदालत ने मामले पर सुनवाई करते हुए मंगलवार को कहा था कि बच्चों की सुरक्षा को खतरे में नहीं डाला जा सकता और सीबीएसई उत्तर पूर्व दिल्ली के एक परीक्षा केंद्र पर बुधवार को होने वाली बोर्ड परीक्षा का कार्यक्रम बदलने पर फैसला जल्द से जल्द करे। अदालत ने कहा था कि प्रथमदृष्टया उसकी राय है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मद्देनजर चंदू नगर केंद्र पर परीक्षा नहीं कराई जा सकती।

 

 

 

हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने न्यायाधीश को बताया कि संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों की सूचना के अनुसार, हालात तनावपूर्ण हैं। अदालत ने कहा था कि वह बच्चों की सुरक्षा के पहलू से जुड़े मुद्दे पर विचार कर रही है जिसे खतरे में नहीं डाला जा सकता। वकील कमल गुप्ता के जरिये दायर की गई याचिका में कहा गया है, हिंसक झड़पों और दंगों ने छात्रों तथा उनके माता-पिता के जीवन पर गंभीर खतरा पैदा किया है। परीक्षा केंद्र तक पहुंचना छात्रों तथा उनके माता-पिता के लिए न केवल मानसिक परेशानी, आघात तथा तनावपूर्ण है बल्कि जान पर गंभीर और सीधा खतरा है।

 

 

 

 

याचिका में कहा गया है कि जब स्कूल को उसे आवंटित किए गए परीक्षा केंद्र के बारे में मालूम हुआ तो उन्होंने सीबीएसई को पत्र लिखकर ध्यान दिलाया कि परीक्षा केंद्र स्कूल से 16 किलोमीटर दूर है और वहां पहुंचने में 40 मिनट से अधिक का वक्त लगता है।

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