पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले में मंगलवार को गुस्साए ग्रामीणों के दो हमलों में 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना तब हुई जब पुलिस ने कुछ संदिग्ध COVID-19 रोगियों को संगरोध के लिए एक युवा छात्रावास में स्थानांतरित कर दिया। ग्रामीणों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि क्वारंटाइन सेंटर को गांव से बाहर शिफ्ट कर दिया जाए।

 

 

 

ग्रामीणों ने बताया कि रविवार को जब पुलिस ने कुछ कोरोना के संभावित मरीजों को क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया तभी से तनाव की स्थिति बन गई। ग्रामीणों ने मांग की कि क्वारंटाइन सेंटर को या तो बगल के मदनटोर गांव में एक स्कूल भवन में या फिर चुरुलिया के बाहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शिफ्ट कर दिया जाए।

 

 

 

 

ग्रामीणों ने यह भी दावा किया कि 10 अप्रैल को आसनसोल में कोविद -19 से मरने वाले एक यूनानी डॉक्टर (71) के रिश्तेदारों को सोमवार को स्थानीय अस्पताल में स्थानांतरित किए जाने से पहले, क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। हालांकि, एचटी को कोलकाता के अस्पताल से जांच रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में पाया कि मौत से एक दिन पहले वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। राज्य सरकार ने भी 9 अप्रैल को इस बात की पुष्टि नहीं की थी कि शख्स का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था।

 

 

 

स्थानीय अधिकारियों ने चश्मदीदों के उन दावों की पुष्टि नहीं की है कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाई थीं। कहा जा रहा है कि ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर किए गए दो हमलों के बाद फायरिंग की गई थी।

 

 

 

आक्रोशित ग्रामिणों ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कुछ नेताओं के घरों में भी तोड़फोड़ की, जिन्होंने जिला प्रशासन को काजी नजरूल की पत्नी की कब्र से 100 मीटर से कम की दूरी पर स्थित यूथ हॉस्टल का उपयोग करने की सहमति दी थी।

 

 

 

नाम नहीं छापने की शर्त पर एक स्थानीय टीएमसी नेता, ग़ालिब सिद्दीकी के एक रिश्तेदार ने कहा कि हमारे परिवार के सदस्यों को एक बगीचे में छिपना पड़ा जब भीड़ घर में घुस गई। भीड़ ने कीमती सामानों को नष्ट कर दिया।

 

 

 

जमुरिया पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी सुब्रत घोष को कुछ अन्य घायल पुलिसकर्मियों के साथ टूटे पैर के साथ रानीगंज के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक वरिष्ठ जिला पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स (आरएसएफ) के जवानों की भारी टुकड़ी के साथ जिले के पांच पुलिस थानों से मौके पर भेजा गया। अधिकारी ने कहा कि पुलिस बल चुरुलिया में तैनात है ताकि तनाव को आसपास के गांवों तक फैलने से रोका जा सके।

 

 

 

आसनसोल नगर निगम के महापौर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि नए रिपोर्ट के अनुसार, स्थिति नियंत्रण में है। मंगलवार दोपहर को उन्होंने कहा कि वह स्थानीय पार्टी नेताओं के घरों में हुए नुकसान के बारे में पूछताछ करेंगे।

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