आंध्र प्रदेश राज्य में 483 कोरोना सकारात्मक मामले सामने आए हैं और इस संख्या के बीच, गुंटूर जिले से 114 मामले सामने आए हैं। सभी पुष्टि किए गए मामलों को अलगाव में भेजा गया है और उनका इलाज किया जा रहा है। 

 

 


हालांकि, जब अधिकारियों ने इस बारे में पूछताछ की कि कोई यात्रा इतिहास या संपर्क की स्थिति नहीं होने के बावजूद लोग कोरोना से कैसे संक्रमित हुए, तो उन्हें पता चला कि कोरोना मुद्रा नोटों के माध्यम से फैल रहा है।

 

 

 

गुंटूर में, कृष्णा और पूर्वी गोदावरी जिले ऐसे हालात वाले प्रमुख मामले हैं और इससे पुलिस सतर्क हो गई है। उन्हें पता चला कि एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति ने अनजाने में मुद्रा नोटों का आदान-प्रदान किया और तब से कई सकारात्मक मामलों की सूचना है।

 

 

 

फैक्ट चेक: कोविड-19 की अगर बात करें तो यह कोरोना फैमिली का नया वायरस है जो इंसान में सांस से जुड़ी तकलीफ पैदा करता है। इस वायरस से संबंधित जितनी भी मेडिकल रिसर्च हाल में हुई हैं, उनमें से किसी में भी इस विषय पर शोध नहीं हुआ है कि करेंसी नोट और सिक्कों के जरिए यह वायरस कैसे फैलता है।

 

 

वैज्ञानिक समझ यह कहती है कि 'कोरोना वायरस ड्रॉपलेट यानी सूक्ष्म बूंदों के रूप में ही मनुष्य की नाक या मुंह के जरिए शरीर में जा सकता है।' यानी कोई संक्रमित बिल, नोट या सिक्का हाथ में लेने के बाद अगर हाथों को ना धोए, तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस संदर्भ में यही कहा है।

 

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