लॉकडाउन में अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर सैकड़ों मील की दूरी तय कर घर तक पहुंचने वाली बिहार की ज्योति कुमारी को सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार ने कोचिंग का ऑफर दिया है. उन्होंने 15 साल की ज्योति से कहा है कि अगर वह आईआईटी-जेईई (IIT-JEE) की तैयारी करना चाहें, तो उनका स्वागत है.

 

 


करीब 1,200 किलोमीटर दूर साइकिल चलाकर घायल पिता का सहारा बन मिसाल कायम करने वाली ज्योति के लिए आनंद कुमार ने ट्वीट किया है, ''बिहार की बेटी ज्योति कुमारी ने 1,200 किमी की यात्रा कर अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर दिल्ली से लाने का उदाहरण पेश किया है... अगर वह भविष्य में IIT की तैयारी करना चाहे, तो सुपर-30 में उनका स्वागत है...'' आनंद कुमार ने यह भी बताया कि उनके भाई प्रणव ने ज्योति से मुलाकात की है और व्यक्तिगत तौर पर भी कोचिंग का ऑफर दिया है.

 

 


ज्योति कुमारी को यह ऑफर इसलिए दिया जा रहा है कि क्योंकि कोरोनावायरस महामारी के बीच जारी लॉकडाउन में उन्होंने एक मिसाल पेश की है. ज्योति के पिता मोहन पासवान गुरुग्राम में रहते थे, जहां उनका एक्सीडेंट हो गया था. मोहन पासवान ई-रिक्शा चलाते थे. इस हादसे के बाद ज्योति बिहार स्थित अपने घर से मार्च में गुरुग्राम गई.

 

 

इसी बीच 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया. बस-ट्रेन सेवा सब बंद हो गई. कोई विकल्प न देख ज्योति ने साइकिल पर ही अपने पिता को घर ले जाने का फैसला किया. गुरुग्राम से बिहार तक सात दिन तक ज्योति ने घायल पिता को बिठाकर साइकिल चलाई. घर पहुंचने से पहले वह दो दिन भूखी भी रही.

 

 

ज्योति के जज्बे की यह कहानी सुनकर हर कोई तारीफ कर रहा है. साथ ही मदद के हाथ भी ज्योति की तरफ बढ़ रहे हैं. बिहार की लोक जनशक्ति पार्टी ने ज्योति की पढ़ाई का खर्च उठाने का वादा किया है. तो वहीं यूपी की समाजवादी पार्टी ने ज्योति को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऑफर दिया है.

 

 

इसके अलावा, साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ज्योति कुमारी को ट्रायल के लिए दिल्ली भी बुलाया है. ज्योति के पिता चाहते हैं कि उनकी बेटी अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे. ज्योति को मिल रही तमाम प्रशंसाओं और सम्मान के बीच सुपर-30 ने ज्योति को कोचिंग का ऑफर दिया है.

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