नयी दिल्ली।  अगर बीजेपी लोकसभा चुनावों में 250 सीटें जीतकर आई होती तो स्थिति अलग होती है, हम उन्हें (बीजेपी को) आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की शर्त पर अपने सांसदों का समर्थन दे देते। यह कहना है कि वाइएसआर कांग्रेस पार्टी के मुखिया जगन मोहन रेड्डी का। जगन ने पीएम मोदी से मिलकर आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है। आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी टीडीपी को करारी शिकस्त देकर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने 151 विधानसभा सीटें हासिल की हैं। वहीं लोकसभा में उनकी पार्टी 23 सीटें जीतकर आई है।

जगनमोहन ने कहा, 'यदि बीजेपी 250 सीटों पर सिमट जाती तो हमें केंद्र सरकार पर बहुत ज्यादा निर्भर न रहना पड़ा। लेकिन, अब उन्हें हमारी जरूरत नहीं है। हम जो कर सकते थे, हमने किया। हमने उन्हें (पीएम) अपनी स्थिति से अवगत करा दिया है।' सूत्रों का कहना है कि पीएम ने जगन की बात सुनकर उनके निवेदन पर गंभीरता से विचार करने की बात कही है।

जगन ने कहा, 'आज पीएम के साथ पहली मुलाकात थी। भगवान ने चाहा तो आने वाले 5 साल में मैं उनसे 30, 40, या 50 बार मुलाकात करूंगा। मैं यह ख्याल रखूंगा कि हर मुलाकात में उन्हें विशेष राज्य की मांग याद दिलाऊं। जहां तक संभव है हम याद दिलाएंगे, चीजें बदलेंगी।'

बता दें कि वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात बेहद सौहार्दपूर्ण रही और पीएम मोदी ने जगन को गले लगाकर स्वागत किया। वाईआसआर चीफ ने पीएम को शॉल और तिरुपति बालाजी की तस्वीर भेंट की। जगन ने पीएम मोदी को अपने शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया। जगन 30 मई को सीएम पद की शपथ लेंगे। मोदी से मुलाकात के बाद जगन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे।

बता दें कि टीडीपी ने एनडीए से उस समय गठबंधन खत्म कर लिया था, जब केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से मना कर दिया था। वहीं जगन मोहन आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने जैसे कई अहम मुद्दों पर चुनाव लड़े।गौरतलब है कि 2009 में चॉपर क्रैश में जगन के पिता व राज्य के सबसे लोकप्रिय सीएम रहे वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद कांग्रेस से उभरे मतभेदों के कारण जगन ने 2011 में अपनी अलग पार्टी बना ली थी।


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