नयी दिल्ली। राष्ट्रपति भवन किसी एक कार्यक्रम के लिए पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों के लिए मेहमाननवाजी करने वाला है। मौका है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरी बार शपथ ग्रहण समारोह का। इस कार्यक्रम में 5000-6000 लोगों के उपस्थित रहने की उम्मीद है।

पीएम मोदी के साथ उनका मंत्रिमंडल भी शपथ लेगा। बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद इस समारोह के और भव्य होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी की तरफ से निर्देश मिले हैं कि समारोह को साधारण और गंभीर रूप दिया जाए।

इस समारोह का काम देख रहे एक अधिकारी ने बताया एक गंभीर अवसर को ध्यान में रखते हुए इसे सादगीपूर्ण और गरिमामय बनाने पर जोर दिया गया है।शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन के बाहरी प्रांगण में होगा। मुख्य द्वार और मुख्य भवन के बीच एक भव्य रास्ता बनाया जाएगा, जिसका इस्तेमाल राज्य के प्रमुखों और देशों के शासनाध्यक्षों के औपचारिक स्वागत के लिए किया जाएगा।

यह चौथा मौका होगा जब प्रधानमंत्री पद की शपथ दरबार हॉल की जगह राष्ट्रपति भवन के बाहरी प्रांगण में होगी। दरबार हॉल में महज 500 लोगों का समारोह ही संभव है। सबसे पहले चंद्रशेखर ने 1990 में बाहरी प्रांगण में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयर ने 1998 में और इसके बाद 2014 में नरेंद्र मोदी ने बाहरी परिसर में शपथ ग्रहण की थी। 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में सार्क देशों के प्रमुखों के अलावा करीब 4000 मेहमानों ने हिस्सा लिया था।

इस बार समारोह में 14 देशों के प्रमुख, कई देशों के राजदूत, बुद्धिजीवी, राजनीतिक एक्टिविस्ट्स, फिल्म स्टार और सिलेब्रिटी को बुलाया गया है। जानकारों की मानें तो इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों के प्रमुखों के अलावा कई वरिष्ठ राजनेताओं को भी बुलाया गया है।समारोह लगभग वैसा ही होगा जैसा 2014 में हुआ था। बाहरी प्रांगण की केंद्रीय जगह पर मेहमानों के बैठने की व्यवस्था होगी। शाम को 7 बजे समरोह के बाद अतिथियों के लिए हल्के रात्रिभोज की व्यवस्था भी की गई है। डिनर में वेज और नॉनवेज दोनों की व्यवस्था की गई है।

राष्ट्रपति भवन के रसोईघर को निर्देश दिया गया है कि अतिथियों में कई लोग भारत के पूर्वी इलाके से भी हैं, जहां रात्रिभोज को काफी हल्का रखा जाता है। डिनर मेन्यु में 'दाल रायसीना' को भी जगह दी गई है, जिसे पकाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। गुरुवार रात के भोज के लिए राष्ट्रपति भवन ने 48 घंटे पूर्व ही तैयारियां शुरू कर दी थी।

2014 में शपथ ग्रहण समारोह का समय 6 बजे रखा गया था, जबकि मेहमानों के आने का सिलसिला 4:30 बजे से शुरू हो गया था, जबकि उस समय गर्मी काफी ज्यादा थी। सुरक्षा कारणों से उस समय पानी की बोतलों की भी व्यवस्था भी नहीं की गई थी। इस बार राष्ट्रपति भवन ने कार्यक्रम शाम 7 बजे करने की बात कही है। इसके अलावा वहां पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई है।

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